Book Title: Prakrit Rupmala
Author(s): Kasturvijay
Publisher: Vadilal Bapulal Shah
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(३१)
wwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwwww सधज्ज
सर्वजाणनार ..
पु.
. सह
सह
... मुनि-कस्तूरविजयविनिर्मिता ॥
सर्वज्ञ पुं० सवण्णु ससहर
शशधर ससा .. स्वस् स्त्री
अ० सहा
सभी स्त्री० सही
सखी .. स्त्री० साउ
स्वादु वि० साण
श्वान . पुं० साम
श्याम वि० सामाइअ .
सामायिक न० सामिद्धि, समिद्धि · समृद्धि . स्त्री० सायय
सायक पुं० सायं
सायम्
अ० सारंगी
सारङ्गी सारह
सारघ. सारहि
सारथिन् । सारिच्छ
सादृक्ष्य सारिआ
शारिका सालिरक्खिआ शालिरक्षिका स्त्री० सादर
शालूर साल
शाल साव
पुं० साव
श्रोवक सावगधम्म
श्रावकधर्म
श्वास सासण
शासन न० सासय
शाश्वत वि० सास
शस्य
न० सासू
স্বপ্ন
स्त्री० साहरिअ
संहृत वि० साहा
शाखा स्त्री० साहामय
शाखामृग पुं०
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न.
चन्द्र बहेन साथे सभा सखी.. मिष्ट . कुतरो काळु .. सामायिक विभव बाण सांज हरिणी मध रथ हांकनार सरखाइ मेना. चोखानी रखवाल डेडको कील्लो शाप श्रावक श्रावकधर्म श्वास आज्ञा कायमनु घास सासू संहरेल डाळी वानर
स्मो
पं०
सास
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