Book Title: Prakrit Rupmala
Author(s): Kasturvijay
Publisher: Vadilal Bapulal Shah

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Page 323
________________ (५०) ॥ संस्कृतप्राकृतधातुमाला ॥ - vvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvv v - - vvvvvvvvvarsvir संस्कृत प्राकृत. तुट्ट । तुट्ट तुट् तुवर तूर तेअव तोड थक्क थक्क थिप्प प्रदीप तुई . फक्क थि कृ थिप्प प्राकृत. संस्कृत णिव्वा वि-श्रम् णिग्योल णिहुव कम् णिहोड निर्-वृ पत् णिसुद _ नम् णी . गम् णीण णीरवः आङ-क्षिप जीरव बुभुक्ष णीलुक्क गम् णीलुछ णीहर आङ्-क्रन्द णीदर क्षिप् णीहर निर- स णीसर । रम् नि- अस् गुम णुव्व प्र- कास् णोल्ल आर-क्रन्द णोल्ल तच्छ तड तड तडव तमाड तलअण्ट तर शक् तालिअण्ट भ्रम् तीर तीर तीर थुण थुव्व दक्खव । दाव दज्झ दस , दीस जुगुप्त दुगुच्छ दुगुछु धवल दुम दुहाव छिद् दूम देक्ख दृश . धंसाड मुन् धा __.. धान् धाड गिर-स

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