Book Title: Prakrit Rupmala
Author(s): Kasturvijay
Publisher: Vadilal Bapulal Shah
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(४४)
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धवल
विरिन्
त
मिश्र
उद्-धूल,
भ्रम्
नशू
दृश उद्घटू
स्पृह
संभाव उत्-नम्
॥ संस्कृतप्राकृतधातुमाला ॥ निहोड, पाड.
पाडवु दूम,
दुःखी करQ दुम. धवल, (नामधातु ) धौळवू
ओहाम, तोलइ तोळवु ओलुण्ड, उल्लुण्ड, पल्हत्थ विरेअ, रेच लेवो ___ आहोड, विहोड, ताड ताडन करवू वीसाल, मेलब, मिस्स मिश्रण करवू गुण्ठ, उदधुल,
- खरडावू तालिअण्ट, तमाड
भम, विउड,नासव,हारव,विप्पगाल, नाश पामधुं पलाव, नास, दाव, दंस, दक्खव, दरिस, देखपुं. उग्ग, उग्घाड, .
उघाडवू . सिह
चाहQ आसंघ, संभाव, . संभावना करवी उत्थंघ, उल्लाल, गुलगुञ्छ, . उन्नाव, उप्पेल,
उचा नमवु घोक्क, आवुक्क, विण्णव, विनन्तिकरवी अल्लिष, चच्चुप्प, पणाम, अप्प, अर्पण कर जय, जाव, .
समर्थ थर्बु ओम्बाल, पव्वाल, पाव, कूदq पक्खोड, विकोस,
बीडाइ जदूं ओग्गाल, वग्गोल, रोमन्थ, (नामधातु) वागोळवं णिहुव, काम,
इच्छवु णुव्व, पयास,
प्रकाश विच्छोल, कम्प,
कांपवू वल, आरोह,
चढवू रंखोल, दोल.
हींचवु, फेकवु राव, रञ्ज, परिवाड, घड चालवु, पकटुं करवु बोलवु परिआल, वेढ,
वीटवु ॥ इति संस्कृतप्राकृतधातुमाला ॥
विज्ञपू
याप्
विकोश रोमन्थू कम् प्रकाश कम्प आ रु दुल्
रंगवु
घट् वेष्ट्
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