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( १२ । ग्रन्थ के प्रकाशन की इस वेला में सहयोगी संस्था पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी और उसके निदेशक डॉ० सागर मल जैन का हम आभार मानते हैं, जिन्होंने प्रस्तुत ग्रन्थ के मुद्रण सम्बन्धी सम्पूर्ण व्यवस्था की । मात्र यही नहीं इस ग्रन्थ के रख-रखाव और विक्रय का दायित्व भी स्वीकार कर उन्होंने हमें व्यवस्था सम्बन्धी सभी चिन्ताओं से मुक्त रा ।
रत्ना प्रिंटिंग वर्क्स, वाराणसी ने इस कोश को अल्प समय में सुन्दर ढंग से मुद्रित किया है इसके लिए उसका एवं उसके व्यवस्थापक श्री विनयशंकर जी का भी हम आभार मानते हैं। प्रूफ संशोधन का बड़ा ही दुरूह कार्य सुचारु रूप से करने के लिए डॉ० श्री रविशंकर मिश्र, सह-शोधाधिकारी, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान का भी आभार मानते हैं। श्री महावीर बुक बाइंडिंग वर्क्स, वाराणसी के श्री मोहनलाल जी के द्वारा सुन्दर पुस्तकावरण बाँधने के लिए हम उनके भी आभारी हैं ।
प्राकृत ग्रन्थ परिषद्, अहमदाबाद एवं श्री यशोविजय ग्रन्थमाला, भावनगर द्वारा प्रकाशित पाइय-सह-महण्णवो का उपयोग करने के लिए उनका एवं उनके ट्रस्टियों का भी आभार मानना हम अपना कर्तव्य समझते हैं। कातिक पूर्णिमा
के० आर० चन्द्र वि. सं. २०४३
मानद मंत्री प्रा. जै. वि. वि. फंड अहमदाबाद
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