Book Title: Parichay Patra Author(s): Rupchand Jain Publisher: Antarrashtriya Jain Sammelan View full book textPage 2
________________ २ धार्मिक मन्दिरों, जैन औषधालयों, जैन कालेजों, जैन स्कूलों आदि का पूर्ण पोस्टल ऐड्रेस के साथ परिचय पत्र भेजें। ३ प्रत्येक संस्थाओ का उद्देश्य, कार्य विवरण तथा प्रधान मंत्री व अन्य पदाधिकारियों सहित जो वर्तमान समय में कार्य कर रहे हों, परिचय पत्र भेजने की कृपा करें। ४ इसके अतिरिक्त अन्य किसी प्रकार का परिचय पत्र भेजना हो तो वह भी भेजने की कृपा करेंगे। इस कार्य के लिये सम्मेलन आप महानुभावों का सर्वदा कृतज्ञ रहेगा। इसके अतिरिक्त किसी संस्था को अपने गांव, शहर या प्रान्त को छोड़ कर अन्य किसी दूसरे प्रान्त या बाहर की जानकारी हो तो वह भी पूर्ण विवरण के साथ भेजने की कृपा करें। ..... . .. दिगम्बर, श्वेताम्बर जैन समाज से सम्बन्धित समस्त उपसम्प्रदाय सम्बन्धी संस्थाओं, स्कूलों आदि का परिचय किसी भी प्रकार का भेदभाव न रखते हुए भेजने की कृपा करें। "जय जिनेन्द्र" समस्त जैन समाज की संस्था अन्तर्राष्ट्रीय जैन सम्मेलन, + . . रूपचन्द जैन प्रधान मन्त्री Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.comPage Navigation
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