Book Title: Nandanvan Kalpataru 2001 00 SrNo 07 Author(s): Kirtitrai Publisher: Jain Granth Prakashan Samiti View full book textPage 5
________________ ६ अनुक्रमः । कृतिः कर्ता पृष्टम् थीजिनपति-स्तुतिः स्व. प्रवर्तक-मुनियशोविजयः युगलोचन जिनवन्दनम् । ढा आचायरामाकर शासनसम्राडाचार्यश्रीमद्धिजयनेमिसूरीश्वराणी । आ.विजयशीलचन्द्रसूरिः स्तात्रम् औदासीन्याष्टकम स्व. प्रवर्तक मुनियशोविजयः । काव्यनिक आज आरसा गुणवीजाधानसूत्रम् गा धर्मपरिभावनासूत्रम् मुनिः भुवनचन्द्रः 'चिन्मयः' मुनिः भुवनचन्द्रः ‘चिन्मयः' विवेकानन्दः - यथा मया दृष्टः एम. के. नझुण्डस्वामी । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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