Book Title: Nandanvan Kalpataru 2001 00 SrNo 07 Author(s): Kirtitrai Publisher: Jain Granth Prakashan Samiti View full book textPage 3
________________ नन्दनवनकल्पतरुः ॥ सप्तमी शाखा ।। (संस्कृतभाषामयं अयन-पत्रम् ।) सङ्कलनम् : कोर्तित्रयी ॥ सर्वेऽधिकारा: स्वायत्ताः ॥ प्रकाशनम् : श्रीजैनग्रन्थप्रकाशनसमितिः, खंभात ॥ वि. सं. २०५८. ई.सं. २००१ । मूल्यम् - संस्कृतसाहित्यरुचिः ॥ प्राप्तिस्थानम् : श्रीविजयनेमिसूरीश्वरजी स्वाध्यायमंदिर १२, भगतबाग, शेठ आणंदजी कल्याणजी पेढी समीप, - पालडी, अमदावाद - ३८० ००७ सम्पर्कसूत्रम् : "विजयशीलचन्द्रसूरि" Co. अतुल एच्. कापडिया, ए/९, जागृति पलेंट्स, महावीर टावर पाछळ, पालडी, अमदावाद - ३८० ००७. फोन : 079-5588879 मुद्रणम् : सचिन एन्टरप्राइझ, अमदावाद । फोन : 079-7497047 मोबाईल : 9825011414 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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