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लिस आम-ससे दर्शन शिला21जिसमा सास मनिला 20 -तत्त्वांस. जिसने उसका पोलह उसके भाई शनि काम ३) भयको अभाति २04-Manार.
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पावन-कर-कर परोस२०५से. सुक झा -सृजन का समर81 3341 -
सचर०॥२विर चरी
भदिया जमे जतायताकाला भजनका अथ और 1211 गरम पूपया समन समेदिर बना जब राजा
'मूकमाटी' रचयिता की हस्तलिपि सौजन्य से : श्री अभिनन्दन सांधेलीय, पाटन (जबलपुर)