Book Title: Kummaputta Chariam
Author(s): K V Abhyankar
Publisher: K V Abhyankar
View full book text
________________ कुम्मापुत्तचरि इत्थंतरे ईदभूई नाम अणगारे भगवओ महावीरस्स जिढे अंतेवासी गोयमगुत्ते समचउरंससरीरे वजरिसहनारायसंघयणे कंणयपुलयनिघसपम्हगोरे उग्गतवे दित्ततवे महातवे घोरतवे घोरतवस्सीघोरबंभचेरवासी उच्छूढसरीरे संखित्तविउलतेउलेस्से चउदसपुव्वी चउणाणोवगए पंचहि अणगारसएहिं सद्धिं संपरिबुडे छठंछटेणं अप्पाणं भावेमाणे उठाए उठेइ / उद्वित्ता 1 अ पुस्तके " इत्थंतर इंदभूई नाम............पयाहिणं करेइ" इत्यादिक-गद्यग्रन्थस्य स्थाने "तेणं कालेणं तेणं समएणं समणस्य भगवआ महावीरस्स जिढे अंतेवासी इंदभूई णामं अणगारे गोयमो गोत्तेणं सत्तुस्सेहे समचउरंससंठाणसंठिए वजरिसहनारायसंघयणे कणयपुलयनिघसपम्हगोरे उग्गतवे दित्ततवे महातवे उराले घोरे घोरगुणे घारतवस्सी घोरबंभचेरवासी उच्छूढसरी रे संखित्तविउलतेउलेस्से चउदसपुची चउणाणोवगए सव्वक्खरसंनिवाई पंचहिं अणगारसएहिं सद्धिं संपरिवुडे छठंछठेणं अप्पाणं भावेभाणे समणस्स भगवओ महावारस्स अदूरसामंते उड्ढजाणू अहोसिरे झाणकोहोवगए संजमेण तवसा अप्पाणं भावमाणे विहरइ / तए णं से भयवं गोयमे जायसड्ढे जायसंसए जायकोउहल्ले उप्पण्णसड्ढे उप्पण्णसंसए उप्पण्णकोउहल्ले संजायसडढे संजायसंसए संजायकोउहल्ले समुप्पण्णसड्ढे समुप्पण्णसंसए समुप्पण्णकोउहल्ले उठाए उठेइ / उठाए उठित्ता जेणेव समणे भयवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ / उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेइ / करित्ता वंदइ णमंसइ / वंदित्ता णमंसित्ता णच्चासण्णे णाइदूरे सुस्सूसमाणे अभिमुहे विणएणं पंजलिउडे पज्जुवासमाणे एवं वयासी-"इति पाठो दृश्यते / 2 क ग घ ब. कणगपुलगनियस. 3 त ट. तउल्लेस्से; च. तेउल्लेस्से.

Page Navigation
1 ... 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178