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(२५०७) पार्श्वनाथः ॥ सं० १९५५ का फा० व० ५ श्रीपार्श्वनाथबिंबं श्रीजिनमुक्तिसूरिभिः आहोरनगरे। .
( २५०८) परमेष्ठी-यंत्रम् ॥सं० १९५५ फा० कृष्ण ५ गुरौ श्रीपंचपरमेष्ठीयंत्रं । बृहत्खरतरगच्छे जं। यु।प्र। श्रीजिनमुक्तिसूरिभिः॥
श्रीः
॥
(२५०९) जीर्णोद्धार-लेखः संवत् १९५६ साल का मिती चैत्र सुदि ४ गाँव नापासर श्रीशांतिनाथजी के मंदिर का जीर्णोद्धार श्रीहितवल्लभजी महाराजगणि के उपदेश से मरामत वा धरमशाला श्रीसंघ बीकानेर वाला के मदत से वणा है मारफत खवास विसेसर मैणा कारीगर चूनगर इलाही वगस थाणेदार महमद अलीजी।
(२५१०) पञ्च-चरण ॥ पं० श्रीशोभाचन्दजी पं० रूपचन्दजी पं० गौडीचन्दजी पं० रायचन्दजी पं० धर्मचन्दजी विक्रम १९५६ मिति वैशाख सुदि ३ वार गुरु दादाबाड़ी में प्रतिष्ठा किया।
( २५११) चक्रेश्वरीमूर्तिः ॥सं० १९५६ मिते ज्येष्ठ शुक्ल ३ रवौ इदं चक्रेश्वरी प्रतिष्ठितं जं० । यु।प्र। भ। श्रीजिनरत्नसूरिभिः॥
श्रेयस्तु।
___ (२५१२) सिद्धचक्रयंत्रम् ॥ श्री संवत् १९५६ मिति कुवार सुदि १५ बोहरागोत्रे कस्तूरचंदजी तद्भार्या मोहिनीबीबी कारापितं सिद्धचक्रयंत्रं प्रतिष्ठितं बृहद्भट्टारक श्रीजिनरत्नसूरिभिः श्रीजिनचन्द्रसूरिपदस्थितैः॥
( २५१३) जिनदत्तसूरि-पादुका सं० १९५७ वर्षे ज्ये० शु० १२ तिथौ शुक्रवासरे॥ श्रीजिनकीर्तिसूरि प्रतिष्ठितं श्रीजिनदत्तसूरि नाम पादुका का०।
(२५१४) लक्ष्मीप्रधान-पादुका संवत् १९५७ मिति मि० सु० १० श्रीबीकानेर मध्ये पु० उ० श्रीलक्ष्मीप्रधानजी गणि पादुका स्था० उ० श्रीमुक्तिकमलगणिः॥ २५०७. स्टेशन मंदिर, जयपुर: प्र० ले० सं०, भाग २, लेखांक ६५५ २५०८. गुलाबचंदजी का घर देरासरः प्र० ले० सं०, भाग २, लेखांक ६५९ २५०९. शांतिनाथ जी का मंदिर, नापासर: ना० बी०, लेखांक २३३५ २५१०. दादाबाड़ी, नागपुर २५११. श्रीमालों का मंदिर, जयपुरः प्र० ले० सं०, भाग २, लेखांक ६६४ २५१२. श्रीमालों का मंदिर, जयपुरः प्र० ले० सं०, भाग २, लेखांक ६६५ २५१३. राय मेघराजजी का मंदिर, तेजपुर, आसामः पू० जै०, भाग १, लेखांक ३८५ २५१४. दादा जिनकुशलजी का मंदिर, नाल: ना० बी०, लेखांक २२९१
खरतरगच्छ-प्रतिष्ठा-लेख संग्रहः)
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