Book Title: Khartargaccha Pratishtha Lekh Sangraha
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Prakrit Bharti Academy
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दादाजी श्रीजिनदत्तसूरिजी
श्रीजिनदत्तसूरीणां पादुका ०
(२६४१ ) जिनदत्तसूरिमूर्तिः
श्रीजिनदत्तसूरिजी का चरण
(२६४२) जिनदत्तसूरि-पादुका
दादासाहिब श्रीजिनदत्तसूरिजी
दादाश्री जिनकुशलसूरिजी
(२६४४) जिनदत्तसूरिपादुका - रौप्यमय
( २६४५ ) जिनदत्तसूरि-पादुका
बृहद्भट्टारक जं० । यु० प्र० भ० १०८ श्रीजिनदत्तसूरिजीका चरण पादुका श्रीसंघेन कारापितं । (२६४६ ) जिनकुशलसूरिमूर्तिः
( २६४३ ) जिनदत्तसूरि- पादुका - रौप्यमय
( २६४७ ) जिनकुशलसूरि - पादुका
दादा म० श्रीजिनकुशलसूरि पादुका प्र० श्रीजिनमुक्तिसूरिभिः ।
(२६४८ ) जिनकुशलसूरि- पादुका - रौप्यमय
दादासाहिब श्रीजिनकुशलसूरिजी
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(२६४९ ) जिनकुशलसूरि- पादुका - रौप्यमय
श्रीदादाजी श्रीजिनकुशलसूरि
(२६५० ) जिनकुशलसूरि-पादुका
जं० । ० । ० । श्रीजिनकुशलसूरि पादुके ॥
२६४१. दादाबाड़ी, अजमेर: प्र० ले० सं०, भाग २, लेखांक ७२८ २६४२. इमलीवाली धर्मशाला, जयपुरः प्र० ले० सं०, भाग २, लेखांक ७३० २६४३. पूनमचन्द ढोर का घर देरासर, जयपुरः प्र० ले० सं०, भाग २, लेखांक ७३३ २६४४. पंचायती मंदिर, जयपुरः प्र० ले० सं०, भाग २, लेखांक ७३६
२६४५. सुमतिनाथ जिनालय, नागोरः प्र० ले० सं०, भाग २, लेखांक ७३८
२६४६. दादाबाड़ी, अजमेर: प्र० ले० सं०, भाग २, लेखांक ७२९
२६४७. विमलनाथ जिनालय, सवाईमाधोपुरः प्र० ले० सं०, भाग २, लेखांक ७२७ २६४८. पूनमचंद ढोर का घर देरासर, जयपुरः प्र० ले० सं०, भाग २, लेखांक ७३२ २६४९. यति श्यामलाल जी का उपाश्रय, जयपुरः प्र० ले० सं०, भाग २, लेखांक ७३७ २६५०. केशरियानाथ मंदिर, जोधपुर: प्र० ले० सं०, भाग २, लेखांक ७३९
(४५६)
खरतरगच्छ-प्रतिष्ठा-लेख संग्रह:
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