Book Title: Khartargaccha Pratishtha Lekh Sangraha
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Prakrit Bharti Academy
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भँवर. अप्रकाशित : संग्राहक- श्री भंवरलाल नाहटा, कलकत्ता, अप्रकाशित लेख संग्रह। लेखाङ्क- २७, २९, ३०, ३१, ३२, ३३, ३५, ४७,५०,५१,५६,५९,६३,६४,६६,७०,७८,७९,८०, ८३, ११०, १६०, १८३, ६४३, १०९९, ११४३, ११४६, ११७४, १२००, १२१९, १२२०, १२२४, १२२६, १२८२, १२८३, १२८९, १२९५, १२९६,१२९७,१२९८,१२९९,१३०१,१३१७,१३३२,१३३३,१३३४,१३८२,१३८३,१३८४,१३८५,१४११,१४१६, १४२०,१४२१,१४२२, १४४४,१४४६,१४४८,१४५०,१४६८,१४९९,१५००,१५०१,१५०२,१५१५, १५१८,१५१९, १५२३,१५२४,१५२६,१५२७,१५२८,१५२९,१५३५,१५३६,१५४०, १५४८,१५४९,१५५०, १५५६, १६०८,१६३१, १६३३,१६६२,१६८१,१६८७,१६९६,१६९७,१६९८,१७२६,१७५१,१७५२,१७५३,१७५४,१७८९,१७९२,१७९३, १७९४, १७९५, १७९६, १७९७, १७९८,१८१३, १८२९, १८५५, १८६१, १८६२, १८६४, १८८४, १८८५, १८८७, १८९५, १९०९,१९१४,१९२६,१९३४,१९३५,१९४२,१९४६,१९७८,१९७९,१९८०,१९८१,१९८९,१९९१, २०००, २००१, २००३, २००४, २००५, २००८, २०२०, २०३१, २०६४, २०६९, २१५५, २१६५, २१६६, २१६७, २१७१, २१७२, २१७४, २१७६, २१७८,२२०७,२२३०,२२६८,२२६९,२३०९,२३११,२३१२, २३१४, २३१५, २३२३, २३२५, २३२६, २३२८, २३३६, २३५०, २३५७, २३७४, २४२१, २४५२, २४६८, २४७१, २४७२, २४८१, २४८२, २५३१, २६०१, २६१२, २६१४, २६१५, २६२४, २६२५, २६२६, २६६३, २६८६, २६८७,२६९०, २६९१, २६९२, २६९३, २६९४, २६९५, २६९६, २६९७, २७२४, २७३०, २७३१, २७३२, २७३३, २७३४, २७३५, २७३६, २७३७, २७३८, २७४९, २७५०, २७५१ भोपा: पाटण जैन धातु प्रतिमा लेख संग्रह : संपा०- लक्ष्मणभाई ही. भोजक, प्रकाशक- मोतीलाल बनारसीदास पब्लिशर्स प्राइवेट लिमिटेड, दिल्ली एवं भोगीलाल लरचंद इंस्टीट्यूट ऑफ इण्डोलॉजी, दिल्ली, सन् २००२ लेखाङ्क- ६१, ६९, १११, १२३, १२४, १३४, १५३, १७४, १९३, २०६, २०७, २१६, २२०, २३१, २६३, २७१, ३००, ३०१, ३२०, ३३६, ४०२, ४१७,४२२, ४७०, ४७१, ००९, ४८६,५०१,५०२,५२७,५८६,५८७, ६११, ६२७, ६७५, ७२८,७३१,७४७, ७५०,७५५,७५८,७७१,८२१, ८३७, ९२२, ९४३, ९५४, ९६३, ९९९, १००३, १०४९, १०५८, १०६९, १०७७, १०८८,११६३, ११६८, ११७०, ११७८,११८१, ११९६, १२०८, १२६३, १३०६, १४१३ मालवांचल के जैन लेख : संपा०- श्री नन्दलाल लोढ़ा, प्रका०- कावेरी शोध संस्थान, उज्जैन, सन् १९९५ लेखाङ्क- २७२, २७६, २९३, ३२१, ३६९, ३७२, ४२७, ५३६, ६४९, ७१२, ९३९, १३२१, २०१६, २०५५, २०६३, २२१९, २३६७, २५१८ राधनपुर प्रतिमा लेख संग्रह : संपा०- मुनि विशाल विजय लेखाङ्क- २५, २६५, ३९५, ४०१, ४५०, ४७८,५८०,५८५, ६७३,६९०,७४९, ७९५, ८२३, ८६६,९१५, ९४०, १०४७, १०७१, १३२५, १४०९, १९४९ यतीन्द्र विहार दिग्दर्शन भाग-२ : संपा०- मुनिराज यतीन्द्रविजयजी महाराज, प्रकाशक- श्री राजेन्द्र प्रवचन कार्यालय,
. सन् १९३१ लेखाङ्क-६३३, ११५७, १२७८,१३७५, १६९२,१६९५, १७२१, १७३४, १७३६, १८५९, १९८६, २१९२, २५४३ यतीन्द्र विहार दिग्दर्शन भाग-३: संपा०- मुनिराज यतीन्द्रविजयजी महाराज, प्रकाशक- श्री राजेन्द्र प्रवचन कार्यालय,
सन् १९३५ लेखाङ्क- १८४५, १८७०, १९४८ यतीन्द्र विहार दिग्दर्शन भाग-४: संपा०- मनिराज यतीन्द्रविजयजी महाराज, प्रकाशक- श्री राजेन्द्र प्रवचन कार्यालय,
सन् १९३७ लेखाङ्क- २०४३, २०६१, २४८८, २४९२ लालभाई दलपत भाई भारतीय संस्कृति विद्या मंदिर, अहमदाबाद लेखाङ्क-१ परिशिष्ट-१ )
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