Book Title: Karmgranth tatha Sukshmarth Vicharsar Prakaran
Author(s): Veershekharvijay
Publisher: Bharatiya Prachya Tattva Prakashan Samiti

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Page 681
________________ सप्ततिकासारम् इगवीसा चउवीसा पंचगछगसत्तसमहिया वीसा / उदयट्ठाणाणि इमाणि पंच बाणउय अट्ठासी // 57 // छलसी असी य अद्वत्तरी य एयाणि पंच संताणि / तिरिमणपाउग्गाई बंधट्ठाणाई जहपुट्विं // 58|| उदयट्ठाणिगवीसा जहपुव्वं नारयाण निद्दिट्टा / नवरिंगिदियजाईपमुहं नाणत्तमिह नेयं // 19 // तत्तो सरीरपत्ते ओरालसरीरहुंडउवधायं / साहारणपत्तेयाणमेगा अणुपुस्विविगमम्मि // 60|| चउवीसुदओ तत्तो सरीरपज्जत्तगस्स परघाए / . खित्तम्मि पन्नवीसा ऊसासुदयम्मि छव्वीसा // 6 // आयावुज्जोए वा खित्ते सगवीस संतठाणेसु / बाणउई अट्ठासी जह निरयाणं तहेहं पि // 62 / / देवदुगे उव्वलिए तत्तो अट्ठत्तरी य संतम्मि / तेवीसपन्नवीसा, छन्नवहियवीसतीसा य // 63 / / विगलिंदियाण तिण्हं पि बंधठाणाणि पंच एयाणि / इगछक्कगअडनवहियवीसा तीसा य इगतीसा // 64 / / उदयट्ठाणाणि इमाणि छच्च एगिदियाण जह भणिया / नवरं इगवीसाओ अणुपुचि विणा सरीरत्थे // 65 / / ओरालदुगे हुंडे उवघाए तह य चेव सेवट्ठ / पत्तेयम्मि य खित्ते छव्वीसा होइ उदयम्मि // 16 // परवाए गमणम्मि य अट्ठावीसा तओ य उस्सासे / इगुतीसा तीसा उण सरम्मि उज्जोइ इगतीसा // 67 // बाणउई अट्ठासी छलसी य असी य अट्ठसयरी य / संताण पंच एगिदियाण जह पुव्वभणियाणि // 68|| तिगपंचगछगअट्ठगनवाहिया वीस तह य तीसा य / .. छ इमाणि बंधठाणाणि * हुँति पंचिंदितिरियाणं // 69 / / एयाणि जहा विगलिंदियाण पाएण नवरि इत्यहिया / अट्ठावीसानेया सुरनेरइयाण पाउग्गा // 7 // एकगछागअट्ठगनवाहिया वीस तीस इगतीसा / ..

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