Book Title: Jain Vidya 14 15 Author(s): Pravinchandra Jain & Others Publisher: Jain Vidya Samsthan View full book textPage 4
________________ 1 विषय-सूची क्र.सं. विषय लेखक का नाम आरंभिक सम्पादकीय 1. जिन-सूत्र के ज्ञाता एवं कलिकाल सर्वज्ञ : डॉ. राजेन्द्रकुमार बंसल आचार्य वीरसेन 2. मंगलं पुण्यं आचार्य वीरसेन 3. भट्टारक वीरसेन और उनका समय श्री रमाकान्त जैन 4. पंचस्तूपान्वयी भट्टारक श्री वीरसेन स्वामी श्री कुन्दनलाल जैन 5. पुण्यार्थस्यभिधायकः आचार्य वीरसेन 6. आचार्य वीरसेन और उनकी कालजयी डॉ. श्रीरंजन सूरिदेव टीका 'धवला' 7. मंगल के प्रकार आचार्य वीरसेन 8. श्री वीरसेनाचार्य प्रो. एल. सी. जैन (आधुनिक न्यायशास्त्र के संदर्भ में) कु. प्रभा जैन 9. णमो अरिहंताणं आचार्य वीरसेन 10. आचार्य वीरसेन और उनका ज्ञानकेन्द्र आचार्य राजकुमार जैन .. 11. षट्खण्डागम और धवला में श्री राजवीरसिंह शेखावत ___ मार्गणास्थान की अवधारणा 12. जैनधर्म के मर्मज्ञ : श्री वीरसेनाचार्य श्री कन्हैयालाल लोढा 13. अप्प संवोह कव्व अनु. - डॉ. कस्तूरचन्द सुमन 45 .. 69 79Page Navigation
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