Book Title: Jain Siddhant Prashnottara Mala Part 01 Author(s): Devendra Jain Publisher: Kundkund Kahan Parmarthik Trust View full book textPage 4
________________ 4 प्रकरण पहला प्रश्न 6 - पुद्गल द्रव्य किसे कहते हैं ? उत्तर - जिसमें स्पर्श, रस, गन्ध और वर्ण - यह गुण हों, उसे पुद्गल कहते हैं। प्रश्न 7 - पुद्गल के कितने भेद हैं ? उत्तर - दो भेद हैं - एक परमाणु और दूसरा स्कन्ध । प्रश्न 8 - परमाणु किसे कहते हैं ? उत्तर- जिसका दूसरा कोई भाग न हो सके - ऐसे छोटे से छोटे पुद्गल को परमाणु कहते हैं । प्रश्न 9 स्कन्ध किसे कहते हैं ? उत्तर - दो अथवा दो से अधिक परमाणुओं के बन्ध को स्कन्ध कहते हैं। प्रश्न 10 - धर्मद्रव्य किसे कहते हैं? उत्तर - जो स्वयं गमन करते हुए जीव और पुद्गलों को गमन करने में निमित्त हो, उसे धर्मद्रव्य कहते हैं । जैसेस्वयं गमन करती हुई मछली को गमन करने में पानी । प्रश्न 11 अधर्मद्रव्य किसे कहते हैं ? उत्तर - जो स्वयं गतिपूर्वक स्थितिरूप परिणमित जीव और पुद्गल को स्थिर रहने में निमित्त हो, उसे अधर्मद्रव्य कहते हैं। जैसे - पथिक को स्थिर रहने में वृक्ष की छाया । प्रश्न 12 अधर्मद्रव्य की व्याख्या में कहा है कि जो - 1. पुद्गल शब्द का निरुक्ति अर्थ: - पुद्+गल = पुरयति गलयन्ति इति पुद्गलाः । (जैन सिद्धान्त दर्पण )Page Navigation
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