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आच
पूर्णिमागच्छ ढंढेरिया शाखा
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क्रमांक | संवत् | तिथि/ ग्रन्थ का मूल प्रशस्ति प्रशस्तिगत | प्रतिलिपि- संदर्भ ग्रन्थ मिति नाम | प्रतिलेखन । आचार्य/ | कार
प्रशस्ति | मुनि का नाम ४७. | १७८२ / ज्येष्ठ | फाल्गुन
विद्याप्रभसूरि
वही, शुक्ल ५ चातुर्मासी
के पट्टधर
क्रमांक २३२६, व्याख्यान
ललितप्रभसूरि
पृ० ११२ के पट्टधर विनयप्रभसूरि
के पट्टधर महिमाप्रभसूरि
के पट्टधर
भावप्रभसूरि ४८. | १७९० माघ द्वादशव्रतोच्चार | प्रतिलेखन भावप्रभसूरि
वही, वदि १३ | विधि प्रशस्ति
क्रमांक २४२४, बुधवार
पृ० १२१
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