Book Title: Jain Shwetambar Gaccho ka Sankshipta Itihas Part 02
Author(s): Shivprasad
Publisher: Omkarsuri Gyanmandir Surat

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Page 692
________________ १३६० जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास (१८) शत्रुजयगिरिराजदर्शन, संपा० मुनि कंचनसागर, कपडवज १९८३ ई० (१९) शत्रुजयवैभव, संपा० मुनि कांतिसागर, जयपुर १९९० ई० (20) Jain Image Inscriptions of Ahmedabad, Ed. P. C. Parikha & Bharti Shelat, Ahmedabad-1997 A.D. (६) आधुनिक ग्रंथ (१) अम्बालाल प्रेमचन्द शाह, जैनतीर्थ सर्वसंग्रह, भाग-१ (खंड १-२) भाग-२, अहमदाबाद १९५३ ई० (२) अम्बालाल प्रेमचन्द शाह, कालकाचार्यकथासंग्रह, अहमदाबाद १९४९ ई० (३) उमाशंकर जोशी, पुराणों मां गुजरात, अहमदाबाद १९४६ ई० (४) कल्याणविजयमुनि, प्रबन्ध पारिजात, जालोर १९६६ ई० (५) केशवराम काशीराम शास्त्री, गुजरातना सारस्वतो, अहमदाबाद १९७७ ई० गिरजाशंकर वल्लभजी शास्त्री, संपा० गुजरातना ऐतिहासिक लेखो, भाग १-३, मुम्बई १९३३-४२ ई० (७) गुलाबचन्द चौधरी, जैनसाहित्य का बृहद इतिहास, भाग-६, वाराणसी १९७३ ई० (८) गोपीनाथ शर्मा, राजस्थान के इतिहास के स्रोत, जयपुर १९७३ ई० (९) चतुरविजयजी, संपा० जैनस्तोत्रसंदोह भाग १-२, अहमदाबाद १९३२-३६ ई० (१०) चिमनलाल डाह्याभाई दलाल, संपा० प्राचीनगुर्जरकाव्यसंग्रह, बडोदरा १९२० ई० (११) जगदीशचन्द्र जैन, जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज, वाराणसी १९६५ ई० (१२) जगदीशचन्द्र जैन, प्राकृत साहित्य का इतिहास, वाराणसी १९६१ ई० (१३) जयकुमार जैन, पार्श्वनाथचरित का समीक्षात्मक अध्ययन, मुजफ्फरपुर १९८६ ई० (१४) जयन्तविजयजी, आबू, भाग-१, भावनगर वि०सं० १९८५ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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