Book Title: Jain Shwetambar Gaccho ka Sankshipta Itihas Part 02
Author(s): Shivprasad
Publisher: Omkarsuri Gyanmandir Surat

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Page 693
________________ सहायक ग्रन्थ सूची १३६१ (१५) जयन्तविजयजी, अर्बुदाचल प्रदक्षिणा, (आबू, भाग-३) भावनगर वि०सं० २००५ (१६) जयन्तविजयजी, शंखेश्वर महातीर्थ, भावनगर वि.सं. २००३ (१७) जिनविजयमुनि, गुजरात का जैनधर्म, वाराणसन १९४८ ई० (१८) जिनविजयमुनि, हरिभद्रसूरि का समयनिर्णय, द्वितीय संस्करण वाराणसी १९८८ ई० (१९) जिनविजयमुनि, राजर्षि कुमारपाल, वाराणसी १९४८ ई० (२०) जे०पी० अमीन, खंभातनुं जैन मूर्ति विधान, खंभात १९७९ ई० (२१) दलसुख मालवणिया, गणधरवाद, अहमदाबाद, १९५२ ई० (२२) दुर्गाशंकर केवलराम शास्त्री, गुजरातनो मध्यकालीन राजपूत इतिहास, भाग १ - २, अहमदाबाद १९४० ई० (२३) नीना जैन, मुगल सम्राटों की धार्मिक नीति पर जैन संतों का प्रभाव, शिवपुरी १९९९ ई० (२४) भोगीलाल सांडेसरा, जैन आगमसाहित्यमां गुजरात, अहमदाबाद १९५२ ई० (२५) भोगीलाल सांडेसरा, महामात्य वस्तुपाल का साहित्य मंडल और संस्कृत साहित्य में उसकी देन, वाराणसी १९५८ ई० (२६) भोगीलाल सांडेसरा, हेमचन्द्राचार्य का शिष्यमंडल, वाराणसी १९५१ ई० (२७) मोहनलाल दलीचंद देसाई, जैनगुर्जर कविओ, नवीन संस्करण, भाग १ - १०, संपा० डॉ० जयन्त कोठारी, मुम्बई १९८६ - ९७ ई० (२८) मोहनलाल दलीचंद देसाई, जैनसाहित्यनो संक्षिप्त इतिहास, प्रथम संस्करण, मुम्बई १९३२ ई०, द्वितीय संशोधित संस्करण, संपा० मुनिचन्द्रसूरि, सुरत २००६ ई० (२९) मोहनलाल मेहता और हीरालाल रसिकलाल कापड़िया, जैन साहित्य का बृहद् इतिहास, भाग-४, वाराणसी १९६८ ई० (३०) यतीन्द्रसूरि यतीन्द्रविहार दिग्दर्शन, भाग १ - ४, १९२८ - ३७ ई० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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