Book Title: Jain Shwetambar Gaccho ka Sankshipta Itihas Part 02
Author(s): Shivprasad
Publisher: Omkarsuri Gyanmandir Surat

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Page 687
________________ सहायक ग्रन्थ सूची प्राचीन जैन साहित्य ( आगमिक, अंगबाह्य और अन्य जैन साहित्य ) अष्टोत्तरी तीर्थमाला चैत्यवंदन विधिपक्षगच्छ पंचप्रतिक्रमण सूत्राणि, वि.सं. १८९४ अलंकार महोदधि, संपा० पं० लालचन्द भगवानदास गांधी, बड़ोदरा १९४२ ई० अख्यानकमणिकोश, संपा० मुनि पुण्यविजयजी, वाराणसी १९६२ ई० उत्पादादिसिद्धद्वात्रिंशिकाविवरण, रतलाम वि० सं० १९९३ उपमितिभवप्रपंचकथासारोद्धार, संपा० संशोधक, पंन्यास मानविजय, कांतिविजय, पाटण वि० सं० २००६ उपमितिभवप्रपंचकथासारोद्धार, हिन्दी अनु० - महो० विनयसागर, जयपुर १९८५ ई० कथाकोशप्रकरण, संपा० मुनि जिनविजय, मुम्बई १९४९ ई० कल्पसूत्र, संपा० देवेन्द्रमुनि शास्त्री, बाड़मेर १९६८ ई० कर्पूरप्रकर, अहमदाबाद १९२६ ई० कुवलयमालाकहा, भाग १, संपा० ए० एन० उपाध्ये, मुम्बई १९५९ ई० चउपन्नमहापुरुषचरियं, संपा० अमृतलाल मोहनलाल भोजक, वाराणसी १९६१ ई० चन्द्रप्रभचरित, संपा० संशोधक - विजयजिनेन्द्रसूरि, सौराष्ट्र वि.सं. २०४२. जम्बूचरियं, संपा० मुनि जिनविजय, मुम्बई १९५९ ई० जम्बूद्वीपसमासटीका, संशोधक- पंन्यास हर्षविजयगणि के शिष्य मानविजय मुनि, अहमदाबाद वि.सं. १९७९ तत्त्वार्थसूत्र, विवेचनाकार सुखलालजी संघवी, तृतीय संस्करण, वाराणसी १९८५ ई० दशवैकालिकसूत्र निर्युक्ति एवं चूर्णिसहित, संपा० मुनि पुण्यविजय, अहमदाबाद १९७३ ई० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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