Book Title: Jain Sahitya ka Itihas 02
Author(s): Kailashchandra Shastri
Publisher: Ganeshprasad Varni Digambar Jain Sansthan

View full book text
Previous | Next

Page 12
________________ अकलंक देव का तत्त्वार्थ वातिक ३०१ चचित विषय ३०४ तत्त्वार्थ भाष्य और तत्त्वार्थवार्तिक अकलंकदेव का समय आचायं सिद्धसेन गणि ३१७ तत्त्वार्थ भाष्यवृत्ति ३१९ शैली समय विचार अमृतचन्द्र सूरि तत्त्वार्थ सार ३३२ द्रव्य संग्रह बृहद् द्रव्य संग्रह ३३९ तत्त्वार्थवृत्तिटिप्पण ३४४ प्रभाचन्द्र कृत टीकात्रय ३४७ प्रभाचन्द्रकृत द्रव्य संग्रहवृत्ति ३४८ m m m Mr mmmm m m mm आचार्य नरेन्द्रसेन और उनका सिद्धान्तसार संग्रह ३५० तीन अन्य सूत्रग्रन्थ ३५६ तत्त्वार्थ सूत्र अर्हत्प्रवचन ३५८ शास्त्रसार समुच्चय ३५८ टीकाकार जयसेन ३५९ ब्रह्मदेवकृत द्रव्यसंग्रहटीका ३६१ भास्करनन्दि की तत्त्वार्थ ___ वृत्ति ३६४ तत्त्वार्थसूत्र की अप्रकाशित टीकाएं तत्त्वार्थ सूत्र की दो __हरिभद्रीय टीका ३७१ श्रुतसागर सूरि ३७६ श्रुतसागरी टीका ३७८ नामसूची . ३८२-३९६

Loading...

Page Navigation
1 ... 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 ... 411