Book Title: Jain Dharma ka Maulik Itihas Part 3
Author(s): Hastimal Maharaj
Publisher: Jain Itihas Samiti Jaipur

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Page 870
________________ ८१२ ] [ जैन धर्म का मौलिक इतिहास-भाग ३ काकुत्स्थ वर्मा-२७५, २७६, २७७, २७८, २८१, २८२ काडुवेट्टी-२७० कात्तं वीर्य-१४, १६६, १७५, २४६, २६३ कार्तिकेय-२८० कानु पिल्लई-२६६ कापालिक-४६० कामदेव-२२८, २८४ . . कारपासिक-५२५ कालक प्रार्य-६७ कालकाचार्य-३६४, ४४१ कालीदास-२८१ कांवदेव-२८४ काश्यप-२८ काशीप्रसाद जायसवाल-२३६ क्किभार तिरूचा-१८६ किरिया माधव-२६३, २६४ किशनऋषि-३८२, ५६७, ५६८ कीर्तिदेव-२७१, २७६, २८४, २८५, २८६, २६.,६५७ कीर्तिवर्मन-६२६, ६२७, ६२८ कोतिषण-६५० कुन्तल-२८१ कुन्द कुन्द-१२१. १२२. १२३, १३३ १३७, १४०, १४१, १५०, १५१, १८८, १८६, २२२, २२४, ६५४ कुन्दम रस-२८४ कुन्दरा देवी-२८४ कुब्ज पाण्ड्य-४७३, ४७५ कुमारिल्ल भट्ट-५४५, ५४६, ५४७, ५४८, ५४६, ५५०, ५५१, ५५२, ५५३, ५५४, ५५६, ५५७, ५६४, ५६५, ५६६, ७६१ कुमार-५०७ कुमारदन्त-२७७ कुमार नन्दि-१३७ कुमारपाल-५७६, ८०३ कुमारसेन-६१३, ६१४, ६१५, ६१६ कुरत्तीयार-२०० कुरत्तीयार कनकवीर-१६७, १६८ कुलकुमुदचंद्र-५६५ कुलचन्द्र-१५२, १६६, १७२ कुलभूषण-१५१, १५२, १६५ कुलभूषण वैविध विद्याधर-२४५ कुवलय प्रभ-३५, ३६, ३७, ३८, ४८, ५४, ५५, ३३१, ३५८ कुष्माण्डिनी देवी-१६३, १६६ कूर्चपूरीय-१०१ कूरतीगल-१६८, १८६, १८७, १९८ केतुभद्र-२३५, २३७, २३६ केशवचन्द-१३८ केलेयन्वरसी-३०४ कोक्कल-२८३, २८४ कोंगरिण वर्मा-२६१, २६३ कोट्टाचार्य-४६१ कोट्याचार्य-४५२, ४५३, ४६१. ६७८. ६८२ कोड्भट्ट-२७५ कोडेरस-२८४ कोतूरनाथु-१८७ कोत्त रनान्तुवे-१८७ कोप्परून्जीबिगा-४६३ कोपर भट्ट-२७५ कौमारदेव-१५१ कौशल-४१२ खंगार-६८५ खड़गांवलोक-२८६, ५३६, ६२८ खिमऋषि-६६१, ६६२, ६६३, ६६४, ६६५ खुमारण-७०३ खुसरो-५४१ खेमकरणजी-३८३ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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