Book Title: Jain Dharma ka Maulik Itihas Part 3
Author(s): Hastimal Maharaj
Publisher: Jain Itihas Samiti Jaipur

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Page 920
________________ ८६२ ] शब्दानुशासन- स्वोपज्ञ प्रमोघ वृत्ति - शकटायन ई. सन् ( ८१४-८७५ ) श्रीमन् महावीर पट्टधर परम्परा - श्री देव विमल गरिण श्री शंकर-बलदेव उपाध्याय, हिन्दुस्तानी एकेडमी उ. प्र. इलाहाबाद ( सन् १९५० ) श्री शंकराचार्य - बलदेव उपाध्याय, हिन्दुस्तानी एकेडमी, उ. प्र. इलाहाबाद (१९५६) षट्खण्डागम षड्दर्शन समुच्चय - राजशेखर [ जैन धर्म का मौलिक इतिहास - भाग : षट् प्राभृत (श्रुतसागर सूरीया टीका ) संघ पट्टक ( सटीक ) श्री जिनवल्लभ सूरि -- प्र. जेठालाल दलसुख, अहमदाबाद, सन् १० - संबोध प्रकरण सक्सेसर श्रॉफ सातवाहनाज - दि. च. सरकार सन्देह दोलावलि - जिनदत्त सूरि सम कन्ट्रीब्यूशन्स आफ साउथ इण्डिया ट इण्डियन कल्चर -- कृष्णस्वामी अय्यंगर समय प्राभृत, सन् 1914, माणिक्यचन्द्र दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला स्टडीज इन साउथ इण्डियन जैनिज्म - एम. एस. रामास्वामी अय्यंगर एण्ड बी. शेषगिरि राव स्त्रीमुक्ति - शाकटायन स्याद्वाद मंजरी - हेमचन्द्राचार्य साईनो इण्डियन स्टडीज- डा. पी. सी. बागची साउथ इण्डियन इन्स्क्रिप्शन्स, वोल्यूम ५ सूत्र कृतांग सूत्र कृतांग टीका - शीलांकाचार्य सोरब का शिलालेख वि. सं. ५२६ हरिवंशपुराण - प्रा. जिनसेन ( पुन्नाट संघ वि. सं. ८४० ) हर्षचरित्र - बाणभट्ट हिमवन्त स्थविरावली हिस्ट्री एण्ड कल्चर अफ दी इण्डियन पीपुल भारतीय विद्याभवन बम्बई हिस्टोरिकल इन्स्क्रिप्शन्स प्रॉफ सदर्न इण्डिया रोबर्ट सेवल Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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