Book Title: Jain Dharma ka Maulik Itihas Part 3
Author(s): Hastimal Maharaj
Publisher: Jain Itihas Samiti Jaipur
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८२० ]
[ जैन धर्म का मौलिक इतिहास--भाग ३
बालचन्द्र यतिन्द्र-२४८ बंकेय-२८२, ६७२, ७३७
बाल सरस्वती-१६५ बंकया-६६६ .
बालादित्य-४५-५, ६१७, ६३३ बट्टकेर-१८०, ४४३, ४४६
बाहुबली-१७६, १८१, १८२, २४३, २४६, बटेश्वर-४६४, ४६५, ४६६, ६४२, ६४७
२५७, २६६, २०७, ६६७ बड़ा वरसिंहजी-३८३
बाहुबली देवसिंह-२४३ बडेश्वर-३६५
बाहुबली भट्टारक-२४३ बप्प-५८६, ५८७
बिज्जल-३२५, ३२६ बप्पदेव गुरु-६५४
बिम्बसार श्रेणिक-२२८ बप्पनन्दी-७४४
बीज-७६४ बप्प भट्टी-३६७,५८४, ५८७,५८८, ५६०, बुढ़ागरिण-३६५
५६१, ५६२, ५६३, ५६४, ५६५, . बुद्ध-२२२, ३८१, ४१५, ५०५, ५११, ५६६, ५६७, ५६८, ५६६, ६००,
५१२, ५१८, ५१६, ७२८ ६०१, ६०२, ६०३, ६०४, ६०५, बुद्धानन्द-४०६, ४०७, ४१३, ४१४, ४१५, ६०६, ६०७, ६०८, ६०६. ६१०,
४१६, ४२२ ६११, ६१२, ६५६, ६६०, ६६१ ।। बूट सरस्वती-७७०, ७७३, ७७४, ७७७, बप्पारावल-७००
७७८ बम्म-३२२, ३२३
बूतुग-७६३ बम्म गावुड़-१६७
बूल्हर-२७४, २८१, २८६, CRE बरपा-८०१,८०२
बेट्टदामनन्दि भट्टारक-२४७ बलदेव-४४७, ६४७
बंतालि-१६५ बलदेव उपाध्याय-५४६,५४७, ५४८, ५५३ बोधा-६६१, ६६२, ६६३ बलदेवण्ण-३०६, ३२३
बोप्पचमूपति-३०६, ३१३ बलभद्र-६८६, ६८७ .
बौद्धराज-५३५ बलवर्म-६१८
बृहस्पति मित्र-२३५ बलवर्मन-६२०
ब्रह्मचारी एस. पी-३१ बल्लाल देव-१६५, १६६, १६७, १६८, । ब्रह्म दीपक सिंह-६६ १७१, २६४
ब्रह्मनन्दि-१३७ बलिभद्र-६८५, ६८६, ६८७, ६८८, ७००, । ब्रह्मा-२६६, ५११, ५४५, ५५५, ६०४
७०२, ८६१ बसन्त कीर्ति-१४७, १४८
भगदत्त-२५६ बसवा-२५६, ५५०
भट्टी-५८६, ५८७ बागपी डा. पी. सी.-६२२, ६२३
भण्डारकर-६२० बाचल देवी-२७०
भण्डी-५०७, ५०८ बाण-२६६, ५०५, ५०६, ५०७, ५०८ भद्र-६५३ बालचन्द्र-१६५, २८२, २८४
भद्रकीत्ति-५८७
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