Book Title: Jain Dharma ka Maulik Itihas Part 3
Author(s): Hastimal Maharaj
Publisher: Jain Itihas Samiti Jaipur
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शब्दानुक्रमणिका ]
[८४७
यमुना-६२४ यरदे-२७६
रंगपुर-३१२ रट्टराज्य-१४ रलसंचयपुर-५३५ रतलाम-६७८ रथवीरपुर-१२५, २०४, २०५ राचन हल-३०५ राजगिरि-६०७, ६०८ राजनगर-७७ राजस्थान-८, ३३०, ४२१, ४५४, ६५३,
६७१ राजोरी-६३३ राधनपुर-८०० रामनगर-३८९ रामलिंग मन्दिर-२५० राम सीण-५८६ . रायगढ़-२७४ रायपुर-३०७ रायलसीमा-५४२ रायसीण-७८१ राष्ट्रकूट राज्य-१६, २६५ रूपनारायण जैन मन्दिर-१७०. १७३ रूपनारायण वसदि-१६६, १७०, १७५ रेवा-२६०
बरगदे गुप्पे-२८७ बन्दणिगे तीर्थ-२७६ वन्दनिकापुर-२४४ वनवास-२०७ वनवासी-३०८ वर्द्धमान नगर-६४८ वर्द्धमानपुर-५३०, ६४४, ७४३ वन्दिवास-४८४ वरणे गुप्पे-२८८ वराह मंदिर-६०३ वल्लभी-१३१, २३२, २३३, ४०६, ४०७,
४०६, ४११ से ४१३, ४१५, ४१७, ४१८, ४२०, ४२१, ४४०,
४५१, ४५४, ४६५, ४६६, ५०१ वल्ली मल-४८४, ७८७ वसण मन्दिर-२४१ वसन्त वाटिका-२७६ . वांकापुर-२६१ वाट ग्राम-६५४ वातापी-५०६ वाराणसी-१२८, ६७५ विजयापट्टम्-२७४ विजयनगर-४७२. ५०६ विजयनारायगा-३०६ विजय पार्श्व जिनालय-३१३ विजयपुर-२५६. ३.६, ४४१. ४४२ विन्ध गिरि-६२०. ६५८ विन्धगुहानिवासिनी--६२० विन्द्याचल-१६३, २५७, ३०८ विन्द्याटवी-५०७, ५०८ विल्लप्पाकम-४८४ बिल्लंद-६२६ विलिपुर-२६८ विष्णुवर्द्धन जिनालय-३२१ विस्सप कटक-२७४
लङ्का-२२३, २२४, २५७, २७१ ४७२,
४७३, ५४२, ५४३, ६२१, ६९८ लक्षणावती-५६५ से ५६८, ६००. ६०१ लक्ष्मीनारायण मन्दिर-३०६ लाट-२६७, ४८५, ५०६, ५०६, ६५६,
६६८, ६६६. ७३२, ८०१. ८०२ लोकडिया-७४० लोहियारण-५२७, ५२८
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