Book Title: Jain Agam Sahitya Manan aur Mimansa
Author(s): Devendramuni
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay

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Page 742
________________ सन्दर्भ ग्रंथ सूची ७१३ उपासकदशा १ अभयदेवकृत टीका सहित--आगमोदय समिति, बम्बई, सन् १९२०; धनपतसिंह, ' कलकत्ता, सन् १८७६ २ प्रस्तावना आदि के साथ-पी. एल. वैद्य, पूना, सन् १९३० ३ अंग्रेजी अनुवाद आदि के साथ Hoernle Bibliotheca Indica, Calcutta, 1885-1888 ४ गुजराती छायानुवाद-पूंजाभाई जैन ग्रन्थमाला, अहमदाबाद १९३१ ५. संस्कृत व्याख्या व उसके हिन्दी-गुजराती अनुवाद के साथ-मुनि घासीलाल, जैन शास्त्रोद्धार समिति, राजकोट, सन् १९६१ .६ अभयदेवकृत टीका के गुजराती अनुवाद के साथ---भगवानदास हर्षचन्द्र, जैन सोसायटी, अहमदाबाद वि. सं. १९६२ ७ हिन्दी अनुवाद सहित-अमोलक ऋषि, हैदराबाद, बी. सं. २४४६ अन्तकृतदशा १ अभयदेवविहित वृत्ति सहित--आगमोदय समिति, बम्बई, सन् १९२०; धनपत सिंह, कलकत्ता, सन् १८७५ २ प्रस्तावना आदि के साथ-पी. एल. वैद्य, पूना, सन् १९३२ ३ अंग्रेजी अनुवाद-L.O. Barnett. 1907 ४ अभयदेव विहित वृत्ति के गुजराती अनुवाद के साथ----जैनधर्म प्रसारक सभा, भावनगर, वि. सं. १९६० ५ संस्कृत व्याख्या व उसके हिन्दी-गुजराती अनुवाद के साथ-मुनि घासीलाल, जैन शास्त्रोद्धार समिति, राजकोट, १६५८ .. ६ हिन्दी अनुवाद सहित---अमोलक ऋषि, हैदराबाद, बी. सं. २४४६ . ७ गुजराती छायानुवाद--गोपालदास जीवाभाई पटेल, जैन साहित्य प्रकाशन - समिति, अहमदाबाद, सन् १९४० ८ हिन्दी, मूल, विवेचन सहित--आचार्य आत्मारामजी म. आचार्य श्री आत्माराम जैन प्रकाशन समिति, जैन स्था० लुधियाना ६ हिन्दी अनुवाद सहित-हस्तिमल जी म. सम्यग्ज्ञान प्रचारक मंडल, जयपुर १० हिन्दी अनुवाद सहित-अ. भा. साधुमार्गी जैन संस्कृति रक्षक संघ, सैलाना ११ गुर्जर ग्रन्थरत्न कार्यालय, गांधी रोड, अहमदाबाद सन् १९३२ . अनुत्तरोपपातिकवा १ अभयदेवविहित वृत्ति सहित-आगमोदय समिति, सूरत, सन् १९२०; धनपतसिंह, कलकत्ता, सन् १८७५ "२ प्रस्तावना आदि के साथ-पी. एल. वैद्य, पूना, सन् १९३२. । ३ अंग्रेजी अनुवाद-L.D. Barnett,1907 '४ मूल-जैन आत्मानन्द सभा, भावनगर, सन् १९२१

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