Book Title: Jain Agam Sahitya Manan aur Mimansa
Author(s): Devendramuni
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay

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Page 756
________________ सन्दर्भ ग्रंथ सूची ७२७ १६. कर्मग्रन्थ स्वोपज्ञवृत्ति-देवेन्द्रसूरि कृत १७. केनोनिकल लिटरेचर १८. केनोपनिषद् १६. खरतरगच्छीय पट्टावली २०. गाथासहस्री-समयसुन्दरमणी २१. गणघरवाद-पं० दलसुख मालवणिया २२. गौडपादकारिका . २३. गीता २४. चउपन्नमहापुरिस चरियं २५. चित्तसम्भूत जातक २६. जैन सत्यप्रकाश (पत्रिका) २७. जैन साहित्य संशोधक २८. जैन गुर्जर कवियो--भाग १-२ २६. जैन ग्रन्थावली-जैन श्वेताम्बर कॉन्फ्रेंस बम्बई वि० सं० १९६५ ३०. जैन साहित्य का इतिहास-पूर्व पीठिका-पं० केलाशचन्द्र जी शास्त्री ३१. जैनधर्म का मौलिक इतिहास भाग १-२-आचार्य हस्तीमल जी ३२. जैन चित्रकल्पद्रुम ३३. जैन साहित्य का वृहद् इतिहास-भाग-१-५० बेचरदास दोशी ३४. जैन साहित्य का वृहद् इतिहास---भाग-२--डा. जगदीशचन्द जैन व डा० मोहनलाल मेहता ३५. जैन साहित्य का वृहद् इतिहास-भाग-३---डा० मोहनलाल मेहता प्र० पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, आई०टी० आई० रोड, वाराणसी-५ ३६. जैनधर्मवरस्तोत्र-स्वोपज्ञवृत्ति, ले० भावप्रभसूरि, प्र०-झवेरी जीवनचन्द सागरचन्द ३७. जैनदर्शन-डा० मोहनलाल मेहता, प्र० सन्मति ज्ञानपीठ आगरा-२ ३८. जर्नल ऑफ दी विहार एण्ड उड़ीसा रिसर्च सोसायटी भाग-१३ ३६. तैत्तिरीयोपनिषद् ब्रह्मानन्दवल्ली अनुवाद ४०. तत्त्वार्थसूत्र----40 सुखलाल जी संघवी-पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान वाराणसी ५ ४१. तत्त्वार्थभाष्य ४२. तत्वार्थराजवार्तिक-अकलंक ४३. तत्वार्थसूत्र-श्रुतसागरीया वृत्ति ४४. तपागच्छ पट्टावली-स्वोपज्ञवृत्ति मुनि कल्याणविजयजी ४५. तिस्थोगालीय पइण्णय .... (पहले अप्रकाशित था अब मुनि कल्याणविजयजी ने जालोर से प्रकाशित कराया है)

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