Book Title: Ishwar Mimansa
Author(s): Nijanand Maharaj
Publisher: Bharatiya Digambar Sangh

View full book text
Previous | Next

Page 853
________________ __पंक्ति अशुद्ध ८१ ३ . श्रा ८११५ श्वेद ८२६ सूल मातण्ड शलापथ च्यामधे श्रीसहस्त्रा त्रिशच्च बददभिः प्रजापति ऋग्वेदलोचन दर भ्रंवं धं. १० . उत्तर ध्रवं ८५ १६ पचौली । आधिभौतिक ७. अधिौतिक शान्ति स्नातक JUNU HUN शुद्ध पृथवी ऋग्वेद सूक्त मातण्ड शनपथ ध्यांमध्ये त्रिसहस्त्रा त्रिंशच्च वदद्धिः ज़ा ऋग्वेदालोचन x . 11 ४ . . ." .. - "शोक उत्तर ध्र व पंचौली आधिभौतिक आधिभौतिक शान्ति स्नातक शोक उद्धव अंमत्य व्युत्पत्ति आलिंगी तथा मुपाहता अनुपरत ASS 13 " . ... . अमक्य व्युत्पत्ति খালিৰ্যান। मुपाहरम्तो अनुपरन्त ..

Loading...

Page Navigation
1 ... 851 852 853 854 855 856 857 858 859 860 861 862 863 864 865 866 867 868 869 870 871 872 873 874 875 876 877 878 879 880 881 882 883 884