Book Title: Ishwar Mimansa
Author(s): Nijanand Maharaj
Publisher: Bharatiya Digambar Sangh

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Page 862
________________ पृष्ठ पंक्ति २७८ २७९ R:1xxn २८३ १२ २८३ १५ २८४३ २८४ १. २८५१ अशुख साभृतं संभृतं अरू उदस्य अरु सदस्य मुखादिन्द्रश्चाग्निश्च प्राणाद्वायुरजायत = प्रोत्रा द्वायुश्च प्राणश्चमुखाद दमिरजायत । जगवस्था जगदेवस्था रमशश शुति श्रुति चाचार्य चार्य जैमुनि जैमिनि सहस्रा सहस्रो मनो वायुः सब सर्व सिचति सिंचति यस्माद चः यस्मात्र प . दय अमिष्ट अभीष्ट काल्पनिक काल्पनिक जगद्वथा जगदवस्था काय कार्य अन्नाद लान लीन विराट जायत विराबजायत सृपयादी सृष्टयादी अजायत दजायत वायु न५५ mox - १ . २६१ १५. ११ २६३ २६५७ २६५

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