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गौतम रास : परिशीलन
के नाम इस स्तवन में दिये हैं और अन्त में खंभात के तत्कालीन समस्त मन्दिरों का वर्णन देकर इस स्तवन को पूर्ण किया है । शोधार्थियों के लिये अत्यन्त प्रामाणिक एवं उपयोगी होने से इसमें वर्णित स्थान, जिनालय और मूलनायकों की नामावली यहाँ प्रस्तुत की जा रही है ।
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स्थान
प्रासीय ( हांसी)
कन्नाइ (कन्नाणा )
ढीली (दिल्ली) हरियणाउर ( हस्तिनापुर )
महुरा (मथुरा)
नरहड़ि (नरभट )
नयापुर (नहवा )
झणपुर (झुंझुणु ) नागउर (नागोर )
रूण
फलवद्धी ( फलोधी)
तलवाड़ा (डूंगरपुर राज्य )
जीराउलि ( जीरावलाजी )
बाड़मेर
जालउर (जालोर)
भीमपल्ली
वायजपुरि
काकरि
थारा उद्र ( थराद )
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मूलनायक
पार्श्वनाथ
वीर
शान्ति, वीर, पार्श्व, नेमि शान्ति, कुंथु र मल्लि पार्श्व, सुपार्श्व
पार्श्वनाथ
पार्श्वनाथ
आदि, वीर
चौवीसटा, आदि, वीर
शान्तिनाथ
पार्श्वनाथ
शान्तिनाथ
पार्श्वनाथ
ऋषभ, शान्ति
वीर
वीर
वीर
पार्श्व (कुमर विहार) पार्श्वनाथ
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