Book Title: Descriptive Catalogue Of Manuscripts Vol 26
Author(s): P K Gode
Publisher: Bhandarkar Oriental Research Institute
________________
9631
Upanigado
189
Description - Country paper; Devanāgari characters; handwriting
clear, legible and uniform; folios numbered in both margins;
complete. Age - Not very old. Author - Samkarācārya. Begins - fol. 16
॥ श्रीरामाय नमः श्रीपरमाय नमः ॐ तत्सतचिदाय नमः वज्रशूचि प्रवक्ष्यामि शानमज्ञानभेदनं दूषणं ज्ञानहीनानां भूषणं ज्ञानचक्षुषां १
ब्राह्मणक्षत्रियवैश्यशूद्रश्चत्वारिवर्णानां तेषां ब्राह्मणो प्रधानः इति वेदवचना
निन्विरूपितं स्मृतिभिरक्तं तत्र चोद्यमस्ति etc. Ends - fol.5a
इत्यादि श्रुतिरेवं निश्चयात्प्रबुद्धः जीवनमुक्तप्राध्वैकर्मजनितफलावधिलोकाननुग्रहं पूर्व तमेवावतिष्ठति ज्ञात्वाप्यसर्यो यथाकंपतं मुति निमुंज्यापि त्वचं सर्पस्वरूप मुंच्यति प्राध्वंस्थाखिल मोहोपि मोहकार्य तथात्मनि निमुंच्यापि त्वचं सर्पस्वरूपं न मुच्यति ॥
। इति वज्रशूचि उपनिषत्सुबोधिन्यां समाप्तं श्रीमशंकराचार्यविरचितायां ॥ श्री॥ श्री ॥ श्री॥
147
वनदुर्गोपनिषद्
Vanadurgopanisad No. 963
1879-80 Size -7 in. by 41 in. Extent - 21 leaves; 11 lines to a page; 24 letters to a line. Description - Country paper; Devanāgari characters; handwriting
bold, clear, legible and uniform; folios numbered in both mar.
gins; complete. Age-Samvat 1853, Saka 1718. .
Page Navigation
1 ... 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246 247 248 249 250 251 252 253 254 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274