Book Title: Descriptive Catalogue Of Manuscripts Vol 26
Author(s): P K Gode
Publisher: Bhandarkar Oriental Research Institute
________________
231
1064]
Upanigado Description – See No. 10 (1)/1882-83 : Mundakopanisad. Begins - fol. 750
गौतम उवाच ॥ भगवन् सर्वधर्मज्ञ सर्वशास्त्रविशारद ॥
ब्रह्मविद्याप्रबोधो हि केनोपायेन जायते ।।१॥ etc. Ends - fol. 766
स्वयंज्योतिः शुद्धो बुद्धो नित्यो निरंजनः शांतः प्रकाशित इति ॐ वेदप्रवचनं वेदप्रवचनमिति ॥५॥ इति हंसोपनिषत्समाप्ता ॥
हंसोपनिषद्
Hamsopanişad
2(42) No. 1063
1891-95 Size — 10% in. by 44 in. Extent-143a10145a leaves; 7 lines to a page3; 30-32 letters to a line. Description - See No. 2 (1)/1891-95 : Mundakopanisad. Begins - fol. 143a
गौतम उवाच ॥ ॥ भगवन्सर्वधर्मज्ञ सर्वशास्त्रविशारद ।
ब्रह्मविद्याप्रबोधो हि केनोपायेन जायते । etc. Ends - fol. 145a
स्वयंज्योतिः शुद्धो बुद्धो नित्यो निरंजनः शांतः प्रकाशित इत्यों वेदप्रवचनं वेदप्रवचन मिति ।। इति हंसोपनिषत्समाप्ता ॥४१॥छ ।
हंसोपनिषद्
Hassopanişad
487 (14) No. 1064
1882-83 Size -98in. by 6 in. Extent - 10 to 2a leaves; 15 lines to a page ; 30-32 letters to a line.
Page Navigation
1 ... 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274