Book Title: Bhartuhari Shataktrayam Satik
Author(s): 
Publisher: Kisandas

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Page 16
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kabatirth.org Acharya Shri Kalassagarsun Gyarmandir 30 लोमानवनीकणाकणकस्थितांफणामाउलस्थितांवहतिासयाकमपतिनाममोसावार यतेतिकर्मपयोनिधिःसमुशःअनादरातकोउउत्पङ्गलस्थानंकुरुतेगमहतांचरित्रविभूतयःनि:सीमान महतांसामर्थन:सीममयशिमियातुहिनाःहिमालयस्यसनोःपुषस्यसमदमयवन्मुक्तकुलिशप्रहा। देमदेनयुक्तीमयवानहातेमुला कुलिशवहारालेःयक्षलेदावरं श्रेष्ठकथंभूतैःउछन्तावालादह वहतिनवनश्रेणी शेयःफणफणाकस्थितांकमव्यतिनामध्येष्टंसदासविधार्यते तम पिकुरुतेकोडावीनंपयोधिरनादरादहहमहतांनि:सीमानश्चश्त्रिविनूतयः॥शावरंपतचे समरममवनमुक्तकुलिशाहारै लदहनीकारगसमिसुमारासूनोरहह पितरिक्तशधिवशेनवासीसंपातःपयसिपय सांपत्यरुविधायदचेतनापिपादैः। स्पष्टःपवलतिसवितुरविकान्तःसतेजखीयुरुयःयरकृतविशतिकणंसहते॥२॥। नस्याउकारानेगुरुभिःपायुभिःएवं नूतैःवनपहारेपलच्छेदःवरंधानापितरिहिमाडौलेशविवशेषतच्छेदेश नायकसतितमितरंस्यलाययायाममऽस्थपयसिउरकेपान:प्रयेनपतममुचितंनाण्यश्वेत नोविमर्वकान्तःसविसुःसूर्यस्थपाःकिरणोःएएसनअन्वलनिएवंसनिमतमोजमापुरुषःपररुसदि रुतितिरस्कारंकथं-- महत ३ ३॥ ॥ ॥ ॥ r For Private and Personal Use Only

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