Book Title: Bhartuhari Shataktrayam Satik
Author(s): 
Publisher: Kisandas

View full book text
Previous | Next

Page 33
________________ Shri Mahavir Jan Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kalassagarsun Gyanmandir श्रीगणेशायनमःअथ-गारशतनाम्नापरंतुसम्याग्विचारितंत्परिणा मेवैराग्यमेवास्तिानिन्दास्त तिस्तुतिनिन्दावाविषकारोस्तिाअवतावत्स्तुतिमिन्दापकारास्त्रीणांशृङ्गारश्चमोगश्चनचाएतयोःसका। शातयतसखंतनम्बरंपरिणामेारखमेवाएवंसविवियथितिकामिनिअविद्यार्यवतरंखयते॥सास्ततिरादौरा विलिखतिश्लोकाशमवेतिशम्भःशिवःस्वयम्भूबसाहशिविष्णु:एतेमहान्ता:ईश्चरायेनमदनेनसननिरन्त शम्भुखयम्भुहरयोहरिणतयानांयेनाक्रियातसतसंग्रहकर्मदासागवावामगोधरचरित्रविधि त्रितायतस्पेनमीतगवतेकसमायुधायास्मितेमभावेनवलऊयालियापरामरेवेरी कटात्तवातावचोभिशष्यीकलहेमलीलयासमस्तनावखलुवन्धनस्त्रियः॥२॥ एहकर्मदासाहतातस्मैकुसुमायुधायनमोसाकथंभूतायावाचामगोधराणिचरित्राणितवित्रि तायानानाषकारायात्रादौख्वीप्रशंसा॥१॥स्मितेनहास्येन्नावेनचिन्नानिषायेगालजयानियानयेन मराड-मुखारनिकराणवीक्षितानिनेत्राणिवचीनियरीत्कर्यासहिष्णुताईव्यातयाईय॑याणकर लहेशलालयाचनिःसमस्तभावैःखलनिश्चये स्त्रियावन्धनवन्ति॥२॥ For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102