Book Title: Bhartuhari Shataktrayam Satik
Author(s): 
Publisher: Kisandas

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Page 20
________________ Shri Mahavir Jan Aradhana Kendra www.kobatith.org Acharya Shri Kalassagarsun Gyanmandir २. अथार्जनसायशमशाग्योसमायोणि नोगुणःयार्जर्नाकिताननिन्दितःसकीनाममबेतना स्व यमाशीमतिवज्जावलियरुषजाय मोर्व्यस्थापयन्तिावाचीमधारदमागण्यते।। मित्तायांकेतवंतारमावरेनिध्यातानिध्यत्वामुनीमोनेविमतितापज्ञारा हित्यनजानाति करुणामकारणविग्रहायरचनेपरयोषितिचमहासजमवन्धुजनेवमहिमा तापक्रतिसिमि दहिशासनाम॥५२॥न:परिहर्तव्योविधयानषितोपिसनमणिनागपितःसर्पकिमसोममयंक पशाजाशीमतिगण्यतेव्रतरुचौदम्सःशुचौकैतबंशूरेनियतामनोविमतितादेयंधियालाप निजिखिन्यवलिनतामुखरतावकर्यशक्तिस्थिरताकोनामगुणोनवेत्मगुणिनायोजननीड कितः पालोमश्चेदगुणेनकिंपिशुनतायद्यस्तिकिंपातकैःसत्यं वेतपसाचविंश्रुचिमनीयद्यतितार्थमकि। मासोजन्यंयदिकिंजनेःसुमहिमायद्यस्तिकिमण्डनःसछिद्यायदिकिन्धनैरपयशोयद्यस्तिकिंमत्क नापाशशीदिवसधूसरोगलितयोवनाकामिनीसरोविगतवारिजमुखमनसरंखाकृतेःषसनिय रायणा:सतर्गतासज्जनोन्यामागवलीमनातिसमकाल्यामि॥६॥ देन्यंदारियमातेजखिन्यवलिमसामयिकरिमुखरतावाचालतास्थिरेपुरुयेअशक्ति एवंसर्वधषियो। दोषारोपोनिःक्रियताएवजीने किताननिन्दिताइथंगखोनास्तियापाउनयोस्पशेषः।। For Private and Personal Use Only

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