Book Title: Bhagvana Mahavira Diwakar Chitrakatha 009 010 Author(s): Purnachandramuni, Shreechand Surana Publisher: Diwakar Prakashan View full book textPage 3
________________ करुणा निधान भगवान महावीर सम्यक कत्व लाभ AMOH पथम: जन्म अभिषेक VIID RTOOTION 0.2124 RAMMEANIRAMANANAMAMAARANAMMMMMMAMAAMAMMAMMA 'तीर्थंकर' पद संसार में सर्वोच्च महान पद है। अनेक जन्मों की तपस्या और साधना के फलस्वरूप आत्मा इस महान पद को प्राप्त करती हैं। तीर्थंकर भगवान महावीर के इस पद तक पहुँचने के पीछे २७ जन्मों की तपस्या, और साधना की लम्बी कहानी है। ज्ञानका आलाक त्या पथपर पूर्व-भव जन्म दीक्षा केवलज्ञान Jal d otational www y oungPage Navigation
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