Book Title: Bhadrabahu aur Kalpasutra Sankshipta Jain Itihas
Author(s): Manikmuni
Publisher: Biharilal Girilal Jaini

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Page 19
________________ ( १७ ) और उस पर उन्हों ने खेती विद्या लेखन युद्ध बगैरह के लिये are a बनाये। उन्होंने जो जो देश आबाद किये उनमें जो देश जिसने आबाद किया उसीके नामसे उस देशका नाम पड़ा जैसे कुरु नामक पुत्र से कुरु देश हुआ श्रङ्गबङ्ग इत्यादि नाम बालों से बङ्ग देश इत्यादि नाम हुए जो आज तक विद्यमान हैं यद्यपि मुसलमान आदियों ने बहुत देशों और शहरों के नाम बदल दिये हैं तौभी कितने ही नाम आजतक वही विद्यमान हैं आर्य अनार्य जो लोग ऐसा मानते हैं कि पहिले इस देश में आर्य न थे किन्तु और लोग रहते थे यह कहना उन का बिल्कुल झूठा है न टीवेट से आर्य आये न तातार से आये किन्तु सब से मुख्य पहिली नगरी अयोध्या [विनीता] थी और उस देश का नाम जिस में अयोध्या है कोशल था और वहां ही ऋषभदेव राज्य करते थे उन्हीं के पुत्र वहां से निकलकर पिता की आज्ञानुसार भारत वर्ष के दूसरे देशों में गये हैं वही आर्यों का पहिलास्थान है । आज जो लोग हिंदुस्तानको सिन्धु और गङ्गा के बीच में गिनते हैं वह उनकी भूल है भारतवर्ष में ३२००० देश हैं जिसमें केवल २५॥ देश आर्य कहलाते हैं बाकीको अनार्य कहते हैं जहां सदाचार धर्मप्रेम ईश्वरभक्ति परोपकार विद्या ज्यादा होवें वह आर्यक्षेत्र है और वे गुण जहां कम देखने में यावें वह अनार्य क्षेत्र है और भाज कल जो पश्चिम में विद्या का प्रकाश है वह यहां से ही गया हुआ है वह सत्र वर्णन कल्पसूत्र में है ।

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