Book Title: Anekant 1998 Book 51 Ank 01 to 04
Author(s): Padmachandra Shastri
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 80
________________ वीर सेवा मन्दिर का त्रैमासिक अनेकान्त (पत्र-प्रवर्तक : आचार्य जुगल किशोर मुख्तार 'युगवीर') - वर्ष-५१ किरण-४ अक्टूबर-दिसम्बर १६६८ १. परम दिगम्बर-गुरु २. ये प्रायोजित तीर्थ ? ३. कैन्सर में तब्दील होती शौरसेनी की गाँठ -पद्मचन्द्र शास्त्री ४. समसामयिक सन्दर्भो में मुख्तार सा. की कालजयी दृष्टि -डॉ सुरेशचन्द्र जैन ५. महाकवि रविषेण और कालिदास -डॉ. रमेशचन्द्र जैन ६. सम्मेदशिखर विषयक साहित्य -डॉ ऋषभचन्द्र जैन ‘फौजदार' ७. सुभाषपुरा का प्राचीन जैन मंदिर -नरेश कुमार पाठक ८. आचार्य सूर्यसागर महाराज के उद्गार वीर सेवा मंदिर, २१ दरियागंज, नई दिल्ली-११०००२ दूरभाष : ३२५०५२२

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