Book Title: Agam Prakashan Suchi
Author(s): Nirav B Dagli
Publisher: Gitarth Ganga
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आगम प्रकाशन परिचय
203
प्रकाशन नाम एवं परिचय प्रकाशक {ग्रंथमाला) संपादक, संशोधक आदि वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद) | [KALPASUTRA] {कल्पसूत्र (सचित्र) | पुस्तकोद्धार फंड मूल, जिनदेवसूरिजी और अज्ञात कर्तृक | {ग्रंथांक 82} कालिकाचार्य की (सं.) कथाएँ श्लोक-97+65} {दे.ना., गु., रो.)
[[T,s] {1359) 1157 कल्पसूत्र सुखबोधिका टीका संक्षेपः बबलचंद्र केशवलाल मोदी संपा.-मफतलाल झवेरचंद गांधी 1990 (अ.) 177 (P) {कल्पसूत्र सह मुक्तिविमलजी पं. कृत
(2) टीका (व्या.8)} {दे.ना.)
{1359, 1379) 1158 कल्पसूत्रार्थप्रबोधिनी (कल्पसूत्र की राजेन्द्र प्रवचन कार्यालय संशो.-यतीन्द्रसूरि
|1990 (1) 392 (B) राजेन्द्रसूरिजी भट्टारक कृत टीका) {राजेन्द्र प्रव. कार्या. (दे.ना.} [T] {1369)
सीरिझ8} 1159 कल्पसूत्र (हिंदीभावार्थ) {कल्पसूत्र की हिंदी जैनागम प्रकाशक अप्रदर्शित
| 1990 (1) 425 (P) लक्ष्मीवल्लभ उपा. कृत टीका का सुमति कार्यालय जिनमणिसागरसूरिजी (#) कृत (हिं.)
अनु.} {दे.ना.} [T] {1415} 1160 कल्पसूत्रम् (कल्पसूत्र सह जयविजयजी यशोविजयजी जैन संशो.-मफतलाल झवेरचंद गांधी 1991 (अ.) |189 (P)
पंडित कृत टीका} {दे.ना.} [T] पुस्तकालय {1359, 1364} कल्पसूत्रम् (कल्पसूत्र सह संघविजयजी वाडीलाल चकुभाई संशो.-मफतलाल झवेरचंद गांधी 1991 (अ.) 185 (P) गणि कृत टीका} {दे.ना.} [T,S] {मुक्ति .जैन ग्रंथ. 1}
{1359, 1363) 1162 कल्पसूत्रम् {कल्पसूत्र सह
ऋषभदेव केशरीमलजी संपा.-सागरानंदसूरि (#) 1992 (1) 246 (P) शांतिसागरजी उपा. कृत टीका) जैन श्वेतांबर संस्था
{दे.ना.} [T] {1359, 1367} 1163 सुबोधिकाख्यवृत्तियुतं कल्पसूत्रम् मफतलाल झवेरचंद गांधी संशो.-मफतलाल झवेरचंद गांधी 1993 (अ.) |237 (P)
{कल्पसूत्र सह सुबोधिका टीका) {दे.ना.} [T, S] {1359, 1366} कल्पसमर्थनम्
ऋषभदेव केशरीमलजी संपा.-सागरानंदसूरि (#) 1994 (अ.) |54 (P) (कल्पसूत्रान्तरगताधिकारबोधक) जैन श्वेतांबर संस्था {कल्पसूत्र का अज्ञात कर्तृक (प्रा., सं.)
अन्तर्वाच्य} {दे.ना.} {1371} 165 पर्युषण पर्व माहात्म्य याने कल्पसूत्रस्य | अमृतलाल ओधवजी संपा.-अमृतलाल ओधवजी शाह 1996 (2) |336 (D) बालावबोधः (कल्पसूत्र के
शाह, (P) सुबाजी रवचंद | (R) ज्ञानविमलसूरिजी कृत (गु.) भास सह जयचंद जैन विद्याशाळा उदयसागरजी कृत बा.बो.)
ट्रस्ट {गु., दे.ना.} {1373, 1374)
जिनदत्तसूरि ज्ञानभंडार, संशो.-सुखसागरजी, नारायण |1996 (अ.) |312 (P) (कालिकाचार्यकथासमलङ्कृतम्) मुंबई (जिनदत्तसूरि शास्त्री, संपा.-मंगलसागरजी {कल्पसूत्र सह समयसुंदरजी उपा. कृत प्राचीन पुस्तकोद्धार टीका और कालिकाचार्य की (सं.) फंड 42} कथा} {दे.ना.,रो.} [T,S]
{1359, 1365) 1167 कल्पसूत्र (हिन्दी अनुवाद) (कल्पसूत्र वीरपुत्र आनंदसागर अप्रदर्शित
1996 (1) 540 (P)
1166|कल्पासवर
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