Book Title: Agam Prakashan Suchi
Author(s): Nirav B Dagli
Publisher: Gitarth Ganga

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Page 334
________________ परिशिष्ट1 |K (कृति क्रमांक) P(प्रकाशन क्रमांक) K (99) P(1086) क्र. कर्ता-संपादक आदि (अन्यनाम, विशेषण, संप्रदाय, संवत् सहित) 84 | आनंद स्वाध्यायी (जैन स्था.} [प्रका.सं. वि.2042] | आनंदकुमार [प्रका.सं. ई.1997] 86 | आनंदसागरजी (वीरपुत्र) - गुरु-त्रैलोक्यसागरजी {ख.) [प्रका.सं. वि.1993] 87 आर. डी. वाडेकर [प्रका.सं. ई.1959] | आरतीबाई महासतीजी डॉ. - गुरु-लीलमबाई महासतीजी {स्था.} [प्रका.सं. वि.2009] | K(433,496,509, 1416)P (422, 424) P(725) K (66,248,275) P(135, 187,296,348,381,431,453,498, 519, 536,563,593, 635,921,995, 1122, 1526, 1530, 1531,1602,1604321) K (1153, 1157, 1161)P (1003) K (1329) P(1079) K (1523)P (368) K (1009)P (789) K (908) K (1568) P(1767) P(45) K (1420)P(1237, 1241) K (900) 89 | आर्यरक्षितविजयजी - गुरु-जितरक्षितविजय (तपा.} [प्रका.सं. वि.2067] 90 | आर्यरक्षितसूरि - गुरु-तोसलिपुत्राचार्यजी [र. सं. वि.114#] 91 | इंद्रसेनसूरि - गुरु-मेरुप्रभसूरिजी (तपा.) (प्रका.सं. वि.2044] 92 इन्द्रचंद्र शास्त्री डॉ. [प्रका.सं. वि.2021] 93 उज्ज्वलकुमारीजी साध्वी - गुरु-माणिक्यबाई साध्वी (अजरामर संप्रदाय) [प्रका.सं.वि.2017] 94 | उत्तमविजयजी - गुरु-खुशालविजयजी {तपा.} [र.सं. वि.1881] 95 उत्तमविजयजी गणि - गुरु-सुमतिविजयजी (तपा.[र.सं. वि.1834] 96 | उत्तमश्रीजी साध्वी प्रगुरु-लाभश्रीजी (तपा.) [प्रका.सं. वि.1993] उदयचन्द जैन डॉ. प्रका.सं. ई.1989] | उदयप्रभविजय गणि - गुरु-हेमप्रभसूरिजी (तपा.} [प्रका.सं. वि.2055] | उदयविजयजी उपाध्याय - गुरु-सिंहसूरिजी (तपा.} [र.सं. वि.1714] 100 उदयसागरसूरि (ज्ञानसागरजी उपाध्याय) - गुरु-विद्यासागरसूरि {अचलगच्छ) [[र.सं. वि.1778] 101 उमंगसूरि - गुरु-विवेकविजयजी (तपा.) (प्रका.सं. वि.1993] 102 | उमरावकुंवर महासतीजी (अर्चना) - गुरु-सरदारकुंवर महासतीजी {स्था.) [प्रका.सं. वि.2048] 103 उमेदचंद रायचंद [प्रका.सं. वि.1979] 104 उमेशमुनि (अणु) - गुरु-सूर्यमुनि {स्था.} [प्रका.सं. वि.2049] | 105 | उर्मिलाबाई महासतीजी - गुरु-मुक्ताबाई महासती (स्था.} [प्रका.सं. वि.2031] 106 | उर्वशीबाई महासतीजी - गुरु-उषाबाई महासतीजी {स्था.} [प्रका.सं. वि.2031] 107 | उषाबाई महासती - गुरु-मुक्ताबाई महासती (स्था. [प्रका.सं. ई.1998] 108 | ऋद्धिमुनि - गुरु-जिनयशसूरिजी (तपा.} [प्रका.सं. वि.1975] | 109 ऋषिपालित स्थविर (इसिवालिय थेर) 110 एम. वी. पटवर्धन प्रो. (M.V. Patwardhan, माधव वासुदेव पटवर्धन) K (1138, 1334, 1373) P(716,751,804) | K (1321) P(1757) K (411, 1002)P(402,802) K (96,499) K(350,359) K(112, 394,437, 506, 52235)P (786) P(845,899) K (1262) K (1114)P (859)

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