Book Title: Agam Prakashan Suchi
Author(s): Nirav B Dagli
Publisher: Gitarth Ganga

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Page 345
________________ कर्ता - संपादक अनुक्रमणिका K (कृति क्रमांक) P (प्रकाशन क्रमांक) K (1358)P(839,1102,1103) K (280, 1166, 1410) P (283, 1184, 1188, 1207, 1632, 1637, 1638, 1657%D8) K (1539) P(1510) K (137, 200, 284, 452, 516, 1446=6) P(1698,1738) P(1517) K (1363) P(125,763,781,796) K (791)P (638, 641) K (1440, 1440a) P(1614,1642) क्र. कर्ता-संपादक आदि (अन्यनाम, विशेषण, संप्रदाय, संवत् सहित) (दुष्यगणि), त्रण पूर्वधर [वीरसदी 10वीं] | 323 | देवविजयजी उपाध्याय - गुरु-कमलसूरिजी (तपा.} [प्रका.सं. वि.1973] | 324 | देवेन्द्रमुनिजी शास्त्री (आचार्य देवेन्द्रमुनि) - गुरु-पुष्करमुनिजी {स्था.) [प्रका.सं. ई.1968] 325 | देवेन्द्रविजयजी (साहित्यप्रेमी) -गुरु-यतीन्द्रसूरिजी (त्रिस्तु.} [प्रका.सं. वि.2015] 326 | दोलतसागरसूरि (तपा.} [प्रका.सं. वी.2511] द्रोणाचार्य (निर्वृतिकुल} [र.सं. वि.1149] | 328 | धनंजय जे. जैन - प्रेमकेतु (जैन तपा.) [प्रका.सं. वि.2044] 329 | धनंजयजी मुनि (धनंजयकुमारजी) - गुरु-नथमलजी (तेरा.} [प्रका.सं. वि.2054] 330 धनविजयजी उपाध्याय - गुरु-कल्याणविजयजी उपाध्याय (तपा.) [[र.सं. वि.1699] 331 | धन्यमुनि कवि (विद्यानंद) {स्था.} [प्रका.सं. वि.2043] 332 | धर्मगुप्तविजयजी - गुरु-भुवनभानुसूरिजी (तपा.) [प्रका.सं. वि.2026] 333 | धर्मघोषसूरि (धर्मकीर्ति) - गुरु-देवेंद्रसूरिजी (तपा.} [र.सं. वि.1328#] 334 | धर्मचंद जैन डॉ. [प्रका.सं. ई.2002] 335 | धर्मदास मुनि 336 | धर्मध्वजविजयजी गणि - गुरु-धर्मधुरंधरसूरिजी (तपा.) [प्रका.सं. वि.2042] 337 धर्मवर्द्धनजी (धर्मसिंह, धर्मचंद्र) - गुरु-विजयहर्षजी (ख.} [र.सं. वि.1736] | 338 | धर्मविजयजी (तपा.} [प्रका.सं. वि.1979] 339 | धर्मशेखरविजयजी - गुरु-राजशेखरसूरिजी (तपा.) [प्रका.सं. वि.2063] 340|धर्मसागरजी उपाध्याय - गुरु-दानसूरिजी (तपा.) | [र.सं. वि.1617] 341 धर्मसिंह मुनि [र.सं. ई.1643] 342 | धर्मसूरि - युगदिवाकर, गुरु-प्रतापसूरि (तपा.) [प्रका.सं. वि.2005] 343 धींगडमलजी गिडीया (जैन स्था.} [प्रका.सं. वि.2064] | 344 धीरज मुनि (गोंडल संप्रदाय) [प्रका.सं. वि.2061] 345 | धीरजलाल केशवलाल तुरखीया (जैन स्था.) [प्रका.सं. वि.2015] 346 | धीरजलाल डाह्यालाल महेता - पंडित (जैन तपा.) (प्रका.सं. वि.2065] 347 धीरुभाई प्रेमशंकर ठाकर डॉ. (Dhirubhai p. Thaker) [प्रका.सं. वि.2003] | 348 | नंदनसूरि - गुरु-उदयसूरिजी (तपा.} [प्रका.सं. वि. 2032] चिमदासमुनि K (587) P(1450) K (330, 586, 1131,1555) P(1758) P(691, 1795) K (624, 1362) K (1136) K(264)P (1432) P(1610) K (64,972, 1080)P (82, 830,950) P(1596) K (1528,1538,1541)P(1746) K (1140,1146, 1164,1527, 1530, 154236) K (1328)

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