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आगम प्रकाशन परिचय
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संपादक, संशोधक आदि
वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद)
संपा.-दलसुखभाई मालवणिया |2045 (2) 386 (C) पंडित, मोहनलाल मेहता डॉ., सागरमल जैन डॉ.
प्रकाशन नाम एवं परिचय प्रकाशक (ग्रंथमाला) 84/45/32 आगमनामसूचिआगमभाषा-परंपरा-आगम विच्छेद क्रम आदि, श्वेतांबरी 45 आगम, दिगंबरी आगम सहित्य और दृष्टिवाद के परिमाण-विषय, आगम व्याख्यासाहित्य-प्राचीन टीकाकार आदि का (हिं.) परिचय, जैन-बौद्धवैदिक साहित्य का तुलनात्मक अध्ययन आदि विषयक विवरण और आगमिक साहित्यगत 356 सूक्तों की अनु. एवं स्थाननिर्देशयुक्त सूचि}
{दे.ना., रो.} [T] {#} 633 जैन साहित्य का बृहद् इतिहास पार्श्वनाथ विद्यापीठ
(अङ्गबाह्य आगम) (उपांग आदि 34 | {पार्श्व. विद्या. ग्रंथ. 7} | आगमों का कर्ता-विषय-तत्कालिन संस्कृति दर्शन आदि युक्त जगदीशचंद्र जैन डॉ. और मोहनलाल महेता डॉ. लिखित (हिं.) संशोधनात्मक परिचय} भाग 2 | {दे.ना.} [T] {#} 4जैन साहित्य का बृहद् इतिहास (अङ्ग पार्श्वनाथ विद्यापीठ
आगम) {श्रुत के भेद-प्रभेद, 11 अंगो {पार्श्व विद्या. ग्रंथ.6} का सान्वर्थनाम-परिमाण-शैली-विषय विवरण आदि, परमतो के उल्लेख-तुलना आदि युक्त विस्तृत (हिं.) परिचय} भाग 1 {दे.ना.}
[T] {2} 1635 आगमसार {32 आगमों का
नटवरलाल छगनलाल परिमाण-नाम और प्रत्येक विभाग। शेठ, वीरवाणी प्रतिविभागगत विषय विवरण, आगम प्रकाशन केंद्र वर्गीकरण, भाषा आदि का (गु.) {डाहीबाई ग्रंथमाला 12}
परिचय (सारांश)} {गु.} {#} 1636 | जैन प्रवचन किरणावली (पीस्तालीस जैन धर्म प्रसारक सभा,
आगमरहस्य) {45 आगम परिचायक |(P) जैन ग्रंथ प्रकाशक पद्मसूरिजी कृत (प्रा.) सार सह स्वोपज्ञ सभा, अमदावाद (गु.) स्पष्टार्थ} {गु., दे.ना.} [T] {1525} |शब्दों की गागर में आगम का सागर तारक गुरु जैन ग्रंथालय (आचारांग, स्थानांग एवं समवायांग |{पुष्प 303} सूत्र पर शोध प्रधान चिन्तन) {आचा.सूत्र, स्था.सूत्र, सम.सूत्र का विस्तृत (हिं.) परिचय} {दे.ना.}
[T, S] {#} | 1638 छेदसूत्रः एक परिशीलन (चार छेदसूत्रों तारक गुरु जैन ग्रंथालय का तुलनात्मक पर्यवेक्षण)
{पुष्प 312}
लेखक-बेचरदास जीवराज दोशी 2045 (2) 346 (c) पंडित, संपा.-दलसुखभाई मालवणिया पंडित, मोहनलाल मेहता डॉ.
2046 (1)
432 (C)
लेखक, संपा.-रसिकलाल छगनलाल शेठ
संपा.-शीलचंद्रसूरि
746 (B)
2047 (2) (2)
लेखक, संपा.-देवेन्द्रमुनिजी शास्त्री
|2049 (अ.) 232 (C)
लेखक-देवेन्द्रमुनिजी शास्त्री |2050 (1) 144 (C)