________________
264
क्र.
| प्रकाशन नाम एवं परिचय
[A DESCRIPTIVE LISTING OF TEXT EDITIONS,
COMMENTARIES, STUDIES | AND INDEXES] [ आगमिक साहित्य और उनके प्रकाशनों का (अं.) परिचय) से (#)
1626 आर्हत आगमोनुं अवलोकन याने तत्वरसिक चंद्रिका (द्वादशांगी का उद्भव, उच्छेद एवं अंगबाह्य श्रुत की मीमांसा संबंधी (गु.) शोधग्रंथ [ प्रक. 7]} भाग 1 (गु.) [T] {# }
1627 | A HISTORY OF THE
77. आगम परिचय (विस्तृत) (1626-1646)
हीरालाल रसिकदास कापडिया
| लेखक, संपा. हीरालाल रसिकदास कापडिया
CANONICAL LITERATURE OF
| THE JAINAS {45 आगम पंचांगी, | प्रकीर्णक आगम और अनुपब्ध आगमों का (अं.) परिचय [ प्रक. 7]} {रो. } [T] {# }
1628 सूत्रार्थमुक्तावलिः [सटीका (अनु. सूत्र, आचा. सूत्र से समसूत्र का लब्धिसूरिजी कृत (सं.) सटीक सारांश) (दे.ना.) [T] {1524)
1629 आगमोनुं दिग्दर्शन (45 आगम पंचांगी, प्रकीर्णक (अवशिष्ट) आगम और अनुपब्ध आगमों का (गु.) परिचय प्रकाशनसूचियुक्त (गु.) [T, S] {# }
| 1630 जैन प्रवचन किरणावली (पीस्तालीस आगमरहस्य) (45 आगम परिचायक पद्मसूरिजी कृत (प्रा.) सार सह स्वोपज्ञ (गु.) स्पष्टार्थ (गु. दे.ना.) |[T] {1525}
"
1631 जैन साहित्य का बृहद् इतिहास
(आगामिक व्याख्याएँ) (45 आगमों के नियुक्ति से लेकर बालावबोध तक के | व्याख्या साहित्य का मोहनलाल महेता डॉ. लिखित (हिं.) परिचय (ग्रंथ, | ग्रंथकार और विषय विवरणयुक्त)} | भाग 3 (दे.ना. } [T] {#}
76. आगम सूचि
प्रकाशक (ग्रंथमाला) | संपादक, संशोधक आदि
1632 जैन आगम साहित्य मनन और
मीमांसा (आगम साहित्य की
|
महत्ता परिभाषा वर्गीकरण- श्रुतपुरुष.
| हीरालाल रसिकदास कापडिया
लब्धिसूरि जैन ग्रंथमाला, संपा. सब्धिसूरि (4) छाणी (क्र. 16)
| लेखक, संपा. हीरालाल रसिकदास कापडिया
| विनयचंद गुलाबचंद शाह लेखक, संपा. -हीरालाल रसिकदास कापडिया
जैन ग्रंथ प्रकाशक सभा, अमदावाद ( नेमिपद्य ग्रंथमाला 144 }
| पार्श्वनाथ विद्यापीठ पार्श्व विद्या. ग्रंथ. 11)
संपा. पद्मसूरि (#)
वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद)
तारक गुरु जैन ग्रंथालय लेखक - देवेन्द्रमुनिजी शास्त्री
{ पुष्प 71 )
1995 (3T.) 90 (B)
1997 (1) 284 (B)
2003 (3T.) 336 (B)
2004 (3T.) 248 (A)
2007 (#) (अ.)
|724 (B)
संपा. दलसुखभाई मालवणिया 2023 (1) 556 (C) पंडित, मोहनलाल मेहता डॉ.
2034 (1) 800 (C)