Book Title: Agam 43 Uttaradhyayan Sutra Hindi Anuwad
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Dipratnasagar, Deepratnasagar

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Page 98
________________ आगम सूत्र ४३, मूलसूत्र - ४, 'उत्तराध्ययन' 'व्युत्सर्ग' नामक छठा तप है । अध्ययन / सूत्रांक सूत्र - १२२५ जो पण्डित मुनि दोनों प्रकार के तप का सम्यक् आचरण करता है, वह शीघ्र ही सर्व संसार से विमुक्त हो जाता है । - ऐसा मैं कहता हूँ । अध्ययन ३० का मुनि दीपरत्नसागर कृत् हिन्दी अनुवाद पूर्ण मुनि दीपरत्नसागर कृत् " (उत्तराध्ययन) आगमसूत्र - हिन्दी अनुवाद" Page 98

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