Book Title: Adi Puran Part 2
Author(s): Jinsenacharya, Pannalal Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 549
________________ व्यक्तिवाचक शब्द-सूची ५३१ धनवती- व्यन्तरदेवी ४६।३५५ धनवती- कुबेरमित्र सेठकी बत्तीस स्त्रियोंमें एकका नाम ४६।२१ धनश्री- सर्वसमृद्ध वणिक्की स्त्री ४७११६२ धनश्री- व्यन्तरदेवी ४६।३५६ धरणिकम्प- राजपुरका राजा विद्याधर ४७१७३ धरणीपति- मृणालवती नगरोका राजा ४६।१०३ धारागृह- चक्रवर्तीका फब्बारा, जहाँ बैठकर वे गरमीको शान्त करते थे ३७।१५० धारिणी- मेरुकदत्त सेठकी स्त्री ४६।११२ धारिणी- राजा सुरदेवकी स्त्री ४६।३५२ धूमवेग- एक विद्याधर ४७१९० ति- एक देवी ३८।२२६ जगन्माता- भगवानकी माताका नाम ३८।२२५ दिक्स्वस्तिका- चक्रवर्ती भरतको जय-जयकुमार ४३१५० सभाभूमिका नाम ३७११४८ जय- भगवान् वृषभदेवका गण दुर्मर्षण- एक राजकुमार ४४०१ धर ४३।६५ दुर्मुख- भवदेवका दूसरा नाम जयन्त- जयकुमारका छोटा भाई ४६।१०६ ४७।२८० देवकीर्ति- एक राजा ४४।१०६ जयधाम- सर्वदयित सेठका एक देवभाव- भगवान् ऋषभदेवमित्र ४७।२१० __ का एक गणधर ४३१५४ जयदत्ता- सर्वदयित सेठको देवरम्या- चक्रवर्ती भरतको स्त्री ४७।१९४ कपड़ेकी चाँदनी ३७।१५३ जयमामा- जयधामकी स्त्री देवश्री- शोभानगरके राजा ४७।२१० प्रजापालकी स्त्री ४६।९५ जयवती- राजा श्रीधर और देवश्री- एक यक्षी, श्रीपाल रानी श्रीमतीकी पुत्री चक्रवर्तीकी पूर्वभवको माता ४७।१४ ४७।१५३ जयावती- श्रीपाल चक्रवर्तीको देवश्री- सर्वदयित सेठके पिताकी स्त्री ४७।१७० छोटी बहन ४७।१९५ जयसेना-सर्वदयित सेठकी स्त्री देवशर्मा- भगवान् वृषभदेवका ४७।१९४ एक गणधर ४३।५४ जयसेना- श्रीपालके पुत्र गुण देवसत्य- भगवान् वृषभदेवका एक गणधर ४३।६० पालकी स्त्री ४७।१७६ दृढ़रथ- भगवान् वृषभदेवका जयवर्मा- जयावतीका भाई गणधर ४३१५४ ४७।१७४ दृढ़व्रत- भगवान् वृषभदेवके जयवर्मा- एक राजा ४४।१०६ समवसरणका प्रमुख श्रावक जितशत्रु- समुद्रदत्तका शंकित ४७।२९६ पुत्र ४७।२११ देवाग्नि- भगवान् वृषभदेवका जिनदत्ता- मृणालवतीके सेठ गणधर ४३।५५ अशोकदेवको स्त्री ४६।१०६ दोर्बली- बाहुबली, भगवान् जिनदेव-धरोहर रखनेवाला आदिनाथका सुनन्दा स्त्रोसे एक पुरुष ४६।२७४ उत्पन्न पुत्र ३५।१ जिनाम्बिका- भगवान्की माता ध __ का नाम ३८।२२५ धनञ्जय- एक सेठ ४७।२०० . धनञ्जय-धनश्रीका बड़ा भाई जीमूत- चक्रवर्ती भरतकास्नान ४७।१९२ ___ गृह ३७।१५२ धन्वन्तरि- मेरुकदत्त सेठका ज्योतिवेगा-अशनिवेगकी माता मन्त्री ४६।११३ का नाम ४७।२९ धनदेव- दण्ड्य मान एक पुरुष ४६।२७५ . तेजोराशि- भगवान् ऋषभदेव- धनपालक- भगवान् वृषभदेवका का एक गणधर ४३।६३ गणधर ४३१६३ नन्दन-भगवान् वृषभदेवका एक । गणधर ४३।५५ नन्दिमित्र-भगवान् वृषभदेवका गणधर ४३।६६ नन्दी- भगवान् वृषभदेवका एक गणधर ४३।६६ नन्द्यावर्त- चक्रवर्तीकी सेनाका पड़ाव ३७।१४७ नमि- भगवान् वृषभदेवका एक. गणधर ४३१६५ नमि-विद्याधर राजा ३२।१८० नरपति- शिल्पपुरका राजा ४७।१४४ नागमुख- एक देव ३२।५६ नागामर , ४३।९१ नाट्यमाल-, ३२।१९१ नाट्यमालिला-नाट्याचार्यकी पुत्री ४६।२९२१ निधिपति- चक्रवर्ती भरत २६।१५०

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