Book Title: Adi Puran Part 2
Author(s): Jinsenacharya, Pannalal Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 554
________________ ५३६ सर्वसमृद्ध पुण्डरीकिणी नगरी का राजा ४७।१९२ सर्वदति - सर्वसमृद्ध वणिक् और पीका पुत्र ४७।१९३ सर्वप्रिय - भगवान् वृषभदेवका गणधर ४३।५८ सर्वसन्ध - भगवान् वृषभदेवका गणधर ४३।६३ सर्वगुप्त - भगवान् वृषभदेवका गणधर ४३।५८ सर्वरक्षित - कोतवालका नाम ४६।३०३ सर्वदयिता सर्वसमृद्ध वणिक् और पनधीकी पुत्री, सर्वद मितकी बहिन ४७।१९३ सर्वदयिता- समुद्रदत्तकी स्त्री ४७ १९८ सागरदत्त - सागरसेन और देवश्रीका पुत्र ४७ १९६ सागरदत्त - एक जुआका खिलाड़ी ४६।२७८ सागरदत्त - वैश्रवणदत्ताका पति ४७।१९८ सागरदत्ता- वैचरणदत्तकी स्त्री ४७/१९९ सागरसेन देवश्रीका पति ४७ १९५ सागरसेना- सागर सेनकी छोटी बहन ४७।१९७ साधुसेन- भगवान् वृषभदेवका एक गणधर ४३।५९ सायं- जिनेन्द्रका नाम ३९।१३ सिद्धार्थ वाराणसी के राजा अकम्पनका मन्त्री ४३ । १८८ सिन्धु सिन्धु नामकी देवी ७३।१० सिन्धुदेवी - सिन्धु नदीको अधिछात्री देवी ३२७९ सिंहवाहिनी - भरत चक्रवर्तीकी शय्या ३७।१५४ सिंहाटक- भरत चक्रवर्तीके मालेका नाम ३७।१६४ सुकान्त- वाराणसी के राजा अकम्पनका पुत्र ४३।१३४ सुकान्त- हिरण्यवर्माका सेवक ४६।१६४ आदिपुराणम सुकान्त- भरत चक्रवर्तीका पुत्र ४७।२८२ सुकान्त- मृणालवती नगरीके सेठ अशोकदेव और जिनदत्ताका पुत्र ४६।१०६ सुकेतुश्री - वाराणसी के राजा अकम्पनका पुत्र ४३ । १३४ सुकेतु- एक राजा ४४।१०६ सुकेतु- मृणालवतीका एक सेठ ४६।१०४ सुखावती अच्युतस्वर्गके प्रतीन्द्रकी देवी ४६ । ३५४ सुखावती - धरणिकम्प और सुप्रभाकी पुत्री ४७।७४ सुजय भरत चक्रवर्तीका पुत्र ४७।२८२ सुदर्शन- भरत चक्रवर्तीका चक्ररत्न ३७।१६९ सुनमि एक विद्याधर ४४।११२ सुप्रभा - धरणिकम्प विद्याधरकी स्त्री ४७।७३ सुप्रमा- अकम्पनकी स्त्रीसुलोचनाकी माता ४५७ सुभगा अच्युत स्वर्गके प्रतीन्द्र की देवी ४६।३५५ सुभद्रा भरत चक्रीकी पट्टराज्ञी ३२।१८३ सुमति-वाराणसीके अकम्पनका ४३।१९४ एक राजा मन्त्री सुमती सुमित्रा सुलोचनाकी घाव ४३१३७ सुमङ्गला - भगवान्‌की माताका नाम ३८।२२५ सुमुख- अकम्पनका दूत ४५।३४ सुरदेव एक राजा ४६।३५१ सुलोचना - वाराणसीके राजा अकम्पनकी पुत्री ४३०१३५ सुवर्णवर्मा - हिरण्यवर्माका पुत्र ४६।२५२ सुविधि चक्रवर्ती भरतकी छड़ी का नाम ३७ । १४८ सुत्रता- भगवान वृषभदेवकी समवसरण की प्रमुख धाविका सुसीमा अच्युतस्वर्ग के प्रतीन्द्रकी देवी ४६।३५२ सूरदत- भगवान् वृषभदेवका गणधर ४३।५५ सूर्यप्रभ - चक्रवर्ती भरतके छत्रका नाम ३७।१५६ सूर्यमित्र - एक राजा ४४ । १०६ सोमदत्त - भगवान् वृषभदेवका गणधर ४३।५५ सोमप्रभ हस्तिनापुर के राजा जयकुमारके पिता ४३।७७ सौनन्दक- भरत चक्रवर्तीकी तलवारका नाम ३७ १६७ सौम्य जयकुमार ४३१२० स्वनितवेग अशनिवेगका पिता ४७।२९ स्वयंप्रमा- भोगपुर के राजा वायुरथकी स्त्री ४६।१४८ स्वयंभू - भगवान् वृषभदेवका गणधर ४३।६२ - ह हरिकेतु- भोगवतीका ४७/६२ हरिवर- एक विद्याधर ४७ ९० हलभृत् - भगवान् वृषभदेवका एक गणधर ४३।५६ हिमवदीश - हिमवान् पर्वतका स्वामी देव ३७।१२हिरण्यवर्मा प्रभावतीका पति ४६।१६० नाम हिरण्यवर्मा आदिश्यगति और शशिप्रभाका पुत्र रतिवर कबूतरका जीव ४६१४६ मवत् - हिमवत् पर्वतके हिमवत् कूटपर रहनेवाला एक देव ३२।८९ हेमाद- वाराणसी के राजा अकम्पनका एक पौत्र ४३. १३४ हेमाङ्गदानुजा४६।३४८ ही एक देवी ३८।२२६ सुलोचना

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