Book Title: Adi Puran Part 2
Author(s): Jinsenacharya, Pannalal Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 561
________________ विशिष्ट शब्द-सूची नृपशार्दूल = श्रेष्ठ राजा ३७।२ नैदाधी = ग्रीष्म ऋतुसम्बन्धी ३७१३० नैष्किञ्चन्य = निष्परिग्रहता ३४।१८९ नैश = रात्रिसम्बन्धी ३५।१५७ नैःश्रेयसी = मोक्षसम्बन्धिनी ३९।२ नैस्त्रिंशिक=तलवार धारण करनेवाले २७।१११ पङ्क = पाप और कीचड़ २६१२२ पञ्चसमाः=पाँच वर्ष तक ४६।९९ पञ्चाह = पाँच दिन ३४।१७५ पटविद्या = गारुड़ी विद्या, जिससे विषका वेग दूर होता है ३८।२ पटु = चतुर ३५१७ पतत् = पक्षी ३५।२३३ पताकिनी = सेना २६।१४० पत्रिन् = बाण २८।१२१ पद्माकर = तालाब ३५।२२३ पयस्विनी = गायें २६।४८ परासु = मृत ४४।१३२ परिगत = व्याप्त ३५।२३५ परिच्छित्ति = समाप्ति-विनाश ३५।१५१ परिणीति=विवाह ४४।५५ परिफल्गु = अत्यन्त निःसार ३५।१२१ परिभूति = तिरस्कार ३४।११२ परिमा =प्रमाण २८।१७३ परिष्कृत = घिरा हुआ २६१८९ परिष्वक्त = आलिङ्गित ३६।१०५ पलित - वृद्धावस्थाके कारण प्रकट हुई बालोंकी सफेदी ३६१८४ पल्वल =स्वल्प जलाशय ३३१४९ पाकसत्त्व =सिंह आदि दुष्ट जन्तु ३३१५४ पाञ्चनद = पंजाबके ३०।९८ पाटल = गुलाब ३७.९० पाणिगृहीती = कन्या ३४।१२७ पण्ड्य = पाड्य देशके लोग २९.९५ पादात = पैदल सैनिकोंका समूह ३२।२ पाय = पैर धोनेका पानी २७।१ पारिपन्थिक = शत्रु ४६।२०५ पार्थिव = वृक्ष, राजा ३४।४३ पार्थिव =घड़ा, राजा ३५।१२६ पार्थिव = राजा, वृक्ष २९।१०५ पिण्डीखण्ड = खलीका टुकड़ा ३५।१११ पिशितोच्चय = मांसका पिण्ड ४७।४४ पीथ = दूधसहित मक्खन २७।२६ पीनापीनाः -- स्थूल थनोंवाली गायें २६।४७ पुत्रकल्प = पुत्रतुल्य ३४।१९१ पुत्रविटपाटोप = पुत्ररूपी शाखाओंके विस्तारसे युक्त ४३।८३ पुराविद् = पूर्व व्यवहारके ज्ञाता ४३३१८८ पुरुषव्रत = पौरुष ३७।२६ पुरुषोत्तम = नारायण, श्रेष्ठ पुरुष ४३।३५ पुरुदंशस = मार्जार ४६।१४४ पुरुधी = अत्यन्त बुद्धिमान् ३७।१७५ पुष्कर = कमल ३६।१७० पुष्करोदस्त = सूंडके अग्रभागसे __ उठाये हुए ३६।१७० पुष्पबाण = काम ३७।१०६ पुष्पधन्वन् = काम ३७१४६ पूगीकृत = राशीकृत ३५।४२ पौरस्त्य = पुरुषसम्बन्धी २९१७७ पौंस्न = पुरुषसम्बन्धी २८।१३० प्रकीर्णकवात = चमरोंका समूह ३८।२५५ ५४३ प्रगेतनमारुत = प्रातःकालकी वायु ३५।२३६ प्रग्रह = रस्सी २८।१०५ प्रणय = स्नेह ३५।१०६ प्रणिधानपरायण = एकाग्रतामें तत्पर ४२११३१ प्रणिधि=दूत ३४।२२३ प्रणीत अग्नि =संस्कार की हुई ___ अग्नि ३४।२१५ प्रणेय = संस्कार करने योग्य ४०१८२ प्रतिभू = जामिनदार ४२११७३ प्रतिच्छन्द = प्रतिबिम्ब, प्रति___ निधि ४१११४६ प्रतिष्कस = सहायक ३४।४३ प्रतिवृष = प्रतिद्वन्द्वो बैल २६।४२ प्रतिसूर्य = दूसरा सूर्य ३४।१० प्रतीची = पश्चिम दिशा ३०१९५ प्रतीच्य = पश्चिमके राजा ३०१११२ प्रतीक्ष्य = पूज्य २८।१५५ प्रतीक्ष्यता = पूज्यता ४५।६५ प्रतीयता = प्रतिकूलता ३५।३ प्रतोली = गोपुर, नगरका प्रधान द्वार २६६८३ प्रत्यग = नवीन २६।८६ प्रत्यगसंगम = नवीन समागम ३७।५५ प्रत्यगखण्डिता=नयी विरहिणी ३५।२०२ प्रत्यनीक = शत्रु ३५।१४६ प्रत्याय्य = जतलाकर ४५।११२ प्रत्यासन्ननिष्ट = निकट कालमें मोक्ष जानेवाला ३९।८१ प्रत्यय = कारण ४५।११२ प्रत्यर्कम् =सूर्यके सम्मुख ३४।४२ प्रत्युद्यात = अगवानी किया हुआ ३५।२२९ प्रत्याय्याः = विश्वास दिलानेके योग्य ३४।८४ प्रत्याख्येयत्व = प्रत्याख्यान-तिर स्कार ३५।१३३

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