Book Title: Aatmshakti Ka Stroat Samayik
Author(s): Devendramuni
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay

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Page 24
________________ चौपाटी पर अमुक का कार-एक्सीडेन्ट हो गया था । शरीर के चिथड़े-चिथड़े उड़ गये । जवान लड़का है, अभी शादी हुई है....जवान बहू घर में.........बुढापे का सहारा".........सैकड़ों बुरे विकल्प जहरीले डंक से चुभने लगे। पाँच मिनट में ही सेठजी हाल-बेहाल हो गये, पसीना-पसीना आने लगा, जी घबराने लगा, ओय.........की आवाज की और धम से पलंग पर गिर पड़े, घर वाले दौड़े-क्या हुआ.......? नौकर दौड़ा आया, सेठानी, बच्चे घबराये से आये-क्या हुआ........ पानी पिलाया, पंखा चलाया, सेठजी ने दो मिनट बाद आँख खोली मेरा मोहन............. तब तक मोहन टेक्सी से उतरकर घर में आ गया। दौड़कर आया, पिताजी। क्या . (२२)

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