Book Title: Vishwashanti aur Ahimsa
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 36
________________ अहिंसा प्रशिक्षण और जीवन मूल्य २५ सकते। आग्रहवश विचार करें तो भी उसकी सार्थकता नहीं होगी । अहिंसा प्रशिक्षण का उद्देश्य है - समता के मूल्य का विकास। उसके लिए अपरिग्रह, अहिंसा और अनेकांत — यह त्रिकोणात्मक मूल्य है। इसके द्वारा ही समता के मूल्य को प्रतिष्ठित -- किया जा सकता है। * यह अहिंसा प्रशिक्षण का हमारा विनम्र प्रयत्न एक नई दिशा की संयोजना में सफल हो। हम इस संकल्प को शक्तिशाली बनाएं और मंगल कामना करें— अहिंसा के मूल्य की प्रतिष्ठा करने के लिए हमारे चरण आगे बढ़ें। द्वितीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में विशेष वक्तव्य । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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