Book Title: Vanaspati Vigyan
Author(s): Hanumanprasad Sharma
Publisher: Mahashakti Sahitya Mandir
View full book text
________________ ( 14 ) उदरशूल में-८८, 169, 206 उदरशूल, गुल्म और प्लीहरोग में-१०५ उन्माद-१३. उन्माद में-७०, 93, 157 उपदंश के घाव की शुद्धि के लिए-८२ उपदंश के घावों पर-१३८ उपदंश के रोगी को दस्त लाने के लिए-११ उपदंश में-१११, 185, 187, 216, 241, 245 उरक्षत पर-२५९ उरुस्तम्भ में-१६१, 183 उष्णवात में-८५ ऊर्ध्ववात पर-1८८ ऊर्द्धश्वास पर-२२१ ऊर्द्धश्वास में-१६७, 206, 259 कर्णदाह में-२०६ कर्णमूल पर-९९ कर्णरोग में-२२९, 233 कर्णशूल पर-८७, 256 कफ में-२६० कफ, न्यूमोनियाँ और दमा में-६० कफ-प्रमेह में-९३, 208 कफरोग में-५१, 293 . कफ-विकार में-२०६ कफ से दूध दूषित होने पर-२६.. कफ सूख जाने पर-२५९

Page Navigation
1 ... 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 ... 306