Book Title: Tulsi Prajna 1977 04 Author(s): Shreechand Rampuriya, Nathmal Tatia, Dayanand Bhargav Publisher: Jain Vishva Bharati View full book textPage 5
________________ तुलविना खण्ड-३ अप्रैल-सितम्बर, १९७७ अंक २-३ - लेख सूची पष्ट १ १. वचन-वीथी -आगम वचन २. प्राचार्य प्रवचन : महावीर दर्शन -युग प्रधान आचार्य श्री तुलसी का प्रवचन ३. जैन धर्म और अहिंसा ___-डॉ. सुनीति कुमार चटर्जी ४. क्रियमाणं कृतम् __ डॉ. नथमल टाटिया ५. जैन दर्शन तथा अन्य भारतीय दर्शनों में मोक्ष तत्त्व ६. किंपागफलोवमा विसया -श्री श्रीचन्द रामपुरिया ७. स्याद्वाद के फलित -मुनि नथमल ८. चूणि-कथा : मुणी मणगो (मुनि मनक) -अनु. मुनि दुलहराज ६. आगम-अनुसंधान : मंगलवाद : नमस्कार महामंत्र के पाठ-भेद -मुनि नथमल १०. जैनेतर भारतीय चिन्तन में मरण की विधायें -श्री श्रीचन्द रामपुरिया ११. सिरि भगवई जोड़ : शास्त्र-प्रभावना --रचयिता श्रीमद् जयाचार्य १२. भारतीय एवं टालमीय ज्योतिष का तुलनात्मक अध्ययन -श्री जगदीशसिंह सिसोदिया, डॉ. शक्तिधर शर्मा, सज्जन सिंह लिश्क ,, १०८ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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